2 साल, 2 ब्लॉकबस्टर, फिर भी काम नहीं: दिशा पटानी

शीर्षक पढक़र पाठकों को कुछ अजीब सा महसूस होगा कि ऐसी क्या वजह है जिसके चलते दो वर्ष में दो ब्लॉकबस्टर फिल्में—एम.एस. धोनी द अनटोल्ड स्टोरी और बागी-2 देने वाली दिशा पटानी के पास काम नहीं है और दूसरी ओर इन दोनों फिल्मों के नायकों के पास फिल्मों की कमी नहीं है। उनके घर के आगे निर्माताओं की कतार लगी हुई है। यहाँ तक कि बागी-2 के निर्देशक के पास भी कई फिल्मों को निर्देशित करने के प्रस्ताव आ रहे हैं, जबकि उनकी पिछली दोनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं माँगा था।

बागी 2 बॉक्स ऑफिस पर लगातार कमाई के नए रिकॉर्ड बनाते जा रही है। ये फिल्म कमाई के लिहाज से ‘पद्मावत’ के बाद इस साल की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म है। फिल्म से जुड़े लोगों को इसका फायदा भी मिल रहा है। लेकिन इस बंपर सक्सेस के बावजूद फिल्म की एक्ट्रेस दिशा पाटनी के पास कोई बढिय़ा ऑफर नहीं है। ‘डेक्कन क्रोनिकल’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में बॉलीवुड डेब्यू करने वाली दिशा के पास बागी 2 की सक्सेस के बाद कोई इंट्रेस्टिंग ऑफर नहीं है। हालांकि बागी 2 की सक्सेस के बाद उन्हें अच्छी फिल्में मिलने की उम्मीद थी।

टाइगर, करण जौहर की महत्वाकांक्षी फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 में लीड रोल कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग भी शुरू हो चुकी है। टाइगर के पास इसके अलावा भी बॉलीवुड के कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं। बागी-2 ने देश-विदेश के बॉक्स ऑफिस पर पहले ही 250 करोड़ की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है। फिल्म साल की बिगेस्ट ओपनर बनी थी। पहले दिन फिल्म की कमाई 25.10 करोड़ रुपये थी। दिशा पटानी ने 2016 में सुशांत राजपूत के अपोजिट ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में एक छोटे से किरदार के जरिये बॉलीवुड में शुरूआत की थी। इसका निर्देशन नीरज पांडे ने किया था। बागी-2 उनकी दूसरी फिल्म है। दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जोरदार कमाई की, लेकिन दिशा को इसका फायदा नहीं मिला। दिशा फिलहाल दक्षिण भारतीय फिल्म ‘संघमित्रा’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। कहा जा रहा है कि इस फिल्म में उनका कुछ मिनटों लेकिन महत्त्वपूर्ण है। यह कुछ उसी तरह का है जिस तरह का एम.एस1 धोनी:अनटोल्ड स्टोरी में था। ‘संघमित्रा’ तीन भाषाओं—तमिल, तेलुगु और हिंदी में बन रही है। 400 करोड़ की लागत से बन रही इस फिल्म को सुन्दर सी निर्देशित कर रहे हैं। फिल्म में जयम रवि और आर्य लीड रोल में हैं।

ऐसा नहीं है कि दिशा पटानी हिन्दी फिल्मों के लिए फिट नहीं हैं। उनकी लम्बाई अच्छी है, वे खूबसूरत और स्लिम है इसके बावजूद अगर उन्हें फिल्में नहीं मिल रही हैं तो इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि उनके चेहरे पर भाव दर्शाने की क्षमता नहीं है। बागी-2 में भी कई ऐसे दृश्य थे जहाँ उनकी भावाभिव्यक्ति दृश्यों की मांग के अनुरूप नहीं थी। विशेष रूप से तक जब वे आत्महत्या करने जाती हैं। उस वक्त जो भाव चेहरे पर आने चाहिए थे वे नहीं आ पा रहे थे। साथ ही उनकी संवाद अदायगी सही नहीं है। इसके अतिरिक्त वे फिल्म उद्योग में अपने काम से ज्यादा टाइगर श्रॉफ के साथ रिश्ते को लेकर चर्चाओं में रहती हैं। बागी-2 में उन्हें इसीलिए लिया गया। जब तक दिशा पटानी अपनी इन कमजोरियों को दूर नहीं कर पाएंगी उन्हें कम ही फिल्मों में काम मिलेगा।