कंगना रनौत की फिल्म 'मर्णिकर्णिका' को लेकर फैंस ने कही ये बातें...

लम्बे समय से विवादों में घिरी रही कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी (Manikarnika The Queen Of Jhansi Fans Review) आज रिलीज हो चुकी है। रिपब्लिक डे यानी गणतंत्र दिवस के मौके पर बॉक्स ऑफिस की बाजी कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के नाम रहने की उम्मीद की जा रही है। इस फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्सुकता थी, इसका अंदाजा सिनेमाघरों में उमड़ी भीड़ को देखकर होता है। फिल्म झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता को पेश करती है, जिनकी कहानियाँ बचपन से सुनते आए हैं। फिल्म झांसी की रानी महारानी लक्ष्मीबाई जिनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था, की कहानी पर आधारित है। इस फिल्म में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान झांसी की रानी के शौर्य और बलिदान की कहानी दिखाई गई है। कंगना रनौत Kangana Ranaut) की मणिकर्णिका (Manikarnika)को भव्य स्तर और महंगे बजट में बनाया गया है।

फिल्म को ऐतिहासिक परिवेश देने में पूरी ईमानदारी बरती गई है। लक्ष्मीबाई के रूप में कंगना रनौत का अभिनय प्रभावी है। पूरी फिल्म उन्होंने अपने सशक्त कंधों पर उठा रखी है। उनकी मेहनत साफ झलकती है। अभिनय में उन्हें दूसरे सितारों ने भी उम्दा सहयोग किया है। अरसे बाद परदे पर डैनी और सुरेश ओबेराय को देखना सुखद अहसास दिलाता है। फिल्म की शुरूआत उम्दा है। फिल्म के पहले दृश्य में कंगना रनौत को मणिकर्णिका के रूप में शेर का शिकार करते हुए दिखाया गया है। इसके बाद मणिकर्णिका की कुछ खूबियों को दिखाया गया है, जिनकी बदौलत कंगना रनौत पूरी तरह से मणिकर्णिका के रूप में दर्शकों के जेहन में बस जाती हैं। इसके बाद फिल्म अपने मूल कथानक पर आती है जहाँ उसकी शादी झांसी के शासक गंगाधर राव के साथ होती है। झांसी में आकर उसका नाम लक्ष्मीबाई हो जाता है। अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेते हुए उसके पति की मौत हो जाती है। विधवा होकर सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ वह झांसी की गद्दी पर बैठती है और अंग्रेजों से संघर्ष करती है। फिल्म का तकनीकी पक्ष सशक्त है। फिल्म के रिव्यू आने शुरु हो गए हैं और साथ में फैंस के रिएक्शन (Manikarnika Film Fans Reactions) भी।