फिल्म 'लवरात्रि' से बॉलीवुड में अपनी पारी की शुरुआत करने वाले आयुष शर्मा हिमाचल प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते है। राजनेता अनिल शर्मा के बेटे और केंद्रीय मंत्री रहे सुखराम के पोते आयुष हिमाचल के मंडी जिले में पलकर बड़े हुए हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली से प्राप्त की है। फिलहाल तो वह अपने अभिनय करियर पर ध्यान दे रहे हैं। लेकिन उन्होंने भविष्य में राजनीति में शामिल होने की बात से इनकार नहीं किया है।
आयुष शर्मा ने कहा, 'मेरा पालन-पोषण एक राजनीतिक घराने में हुआ है, फिर भी राजनीति मुझे कभी उत्साहित नहीं करती। मैं यह भी समझता हूं कि एक राजनेता की जिम्मेदारियां क्या हैं, मैं दिल्ली में पढ़ रहा था, मेरे पिता हिमाचल में थे, हम बमुश्किल ही मिल पाते थे'।
आयुष ने कहा, 'मुझे पता है कि राजनीति में होने के लिए आपको लोगों की सेवा करना आना चाहिए। मैं यह सब कर पाऊंगा, इस उम्र में तो बिल्कुल नहीं लगता। हां, यह जरूर है कि मैं राजनीतिक परिवेश में बड़ा हुआ हूं और खाने की मेज पर राजनीतिक चर्चा होती रहती थी'।
राजनीतिक जगत के लिए अपनी योजना पर उन्होंने कहा, 'मैं राजनीतिक रूप से जागरूक हूं। मुझे पता है कि देश में क्या हो रहा है, लेकिन मैं अभी इसमें उतरने के लिए तैयार नहीं हूं। यह जनता की सेवा करने की बात नहीं है और यह तब तक नहीं हो सकती जब आप पूरे दिल से नहीं कर रहे हो'।
उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं कहूंगा कि कभी नहीं। शायद निकट भविष्य में, जब मुझे लगेगा कि मैं तैयार हूं या किसी की मदद कर सकता हूं, तो राजनीति में जा सकता हूं, लेकिन अभी नहीं'।
गौरतलब है कि 'लवरात्रि' गुजरात में बनाई गई एक रोमांटिक फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन अभिराज मिनावाला कर रहे हैं, जो फिल्म 'टाइगर जिंदा है' के निर्देशक अली अब्बाज जफर के असिस्टेंट डायरेक्टर रह चुके हैं। आयुष और वारिना इस फिल्म के लिए गरबा की स्पेशल क्लास भी ली थी। बता दें कि आयुष शर्मा, सलमान खान की छोटी बहन अर्पिता खान के पति हैं।