Ganesh Chaturthi 2018: वरुण धवन और अनुष्का शर्मा लाए मिट्टी और धागे के बने इको फ्रैंडली गणेश, देखे तस्वीर

वरुण धवन और अनुष्का शर्मा इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'सुई धागा' के प्रमोशन में बिजी हैं। लेकिन दोनों ने ही अपने बिजी शड्यूल में भी बप्पा यानी भगवान गणेश की पूजा का समय निकाला है। इतना ही नहीं दोनों एक तस्वीर में इकोफैंडली गणेश प्रतिमा के साथ नजर आ रहे हैं। बता दे, देशभर में गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi 2018 का त्यौहार 13 सितम्बर को मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में इस पर्व की ख़ास धूमधाम रहती है। बॉलीवुड भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेता है। हर साल की तरह इस बार भी गणेश चतुर्थी की धूम शुरू हो गयी है। ढोल-नगाड़ों के साथ बप्पा का स्वागत किया जा रहा है। हर साल तमाम बॉलीवुड सितारे अपने यहां गणपति बप्पा की प्रतिमा को विराजते हैं। पूजा-अर्चना के साथ गणपति बप्पा मोरया के जयकारों के बीच बप्पा का स्वागत किया जाता है।

वरुण ने बताया कि यह गणेश मिट्टी और धागों से बनाए गए हैं। ये काफी रंगीन हैं और सुंदर भी। अनुष्का ने बताया, 'कलाकार अभिषेक सावंत ने अपनी क्रिएटिविटी नमूना पेश करते हुए यह प्रतिमा बनाई है। इसकी खासियत यह है कि इसमें किया गया काम हमारे देश के कारीगरों की प्रतिभा को बखूबी पेश करता है।'

दोनों ने अपने-अपने सोशल मीडिया के अकाउंट पर इन रंग-बिरंगे गणपति के साथ फोटो और विडियो भी शेयर किए हैं। अनुष्का ने उम्मीद जताई है कि ,ऐसा करके हम अपने प्लेनेट को और इस पर रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं के लिए अच्छा माहौल दे पाएंगे।

गणेश पूरी तरह पर्यावरण रक्षक

अनुष्का ने कहा कि भगवान गनपति की पूजा जरूर करनी चाहिए, क्योंकि वे पर्यावरण के रक्षक हैं। गणेश हाथी के मुहं के जरिए बताते हैं कि जंगल बचाओ तो वहीं उनको चढ़ने वाली दूब हरियाली का संदेश देती है। इसलिए ऐसे भगवान की पूजा में हमें इकोफ्रैंडली तरीका ही अपनाना चाहिए। गैर-बायोडिग्रेडेबल मूर्तियों के कारण वातावरण प्रदूषित हो जाता है, इनसे पानी के रिसोर्स भी गंदे होते हैं। ऐसे में कोशिश होनी चाहिए कि हम अपनी पूजा को पूरी तरह से पर्यावरण को सेफ रखने वाली बनाए।

बता दें कि वरुण बचपन से मुंबई में रहे हैं तो उनके लिए गणपति उत्सव सबसे बड़े फेस्ट में से एक है। वह कहते हैं कि उन्होंने बचपन से जुहू बीच पर गणपति उत्सव मनाया है। लेकिन बचपन में बीच बहुत साफ था जो अब साल दर साल गंदा हो रहा है।

वहीं अनुष्का बताती हैं कि बचपन वह अपनी एक महाराष्ट्रियन फैंड के घर जाकर गणपति पूजा में हिस्सा लेती थी। इसलिए उन्हें भी यह त्योहार बचपन की याद दिलाता है।