अमिताभ बच्‍चन ने दी करुणानिधि को श्रद्धांजलि, शेयर किया यह पोस्ट

'कलाईनार' के नाम से मशहूर डीएमके चीफ एम. करुणानिधि का मंगलवार शाम को निधन हो गया। ऐसे में उनके चाहने वालों की फेहरिस्‍त में उनके राजनीतिक समर्थकों से लेकर साउथ इंडियन और हिंदी फिल्‍म इंडस्‍ट्री के कई दिग्‍गज सितारे मौजूद हैं।
करुणानिधि के अंतिम दर्शनों के लिए जहां रजनीकांत, धनुष जैसे साउथ के सुपरस्‍टार पहुंचे, वहीं बॉलीवुड के शाहंशाह कहलाने वाले अमिताभ बच्‍चन ने भी उनके जाने पर शोक जताया है। एक कद्दावर नेता के रूप में एम. करुणानिधि ने सभी लोगों के दिलों में जगह बनाई।

मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने भी उन्हें याद किया और उस पल का ज़िक्र किया जब उन्हें करुणानिधि के हाथों पहला नैशनल अवॉर्ड मिला था। इसके बारे में बिग बी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'एम. करुणानिधि के लिए ढेर सारी प्रार्थना। उन्हें खो देने का दुख है। मुझे आज भी याद है कि फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' के लिए मैंने अपना पहला नैशनल अवॉर्ड उन्ही के हाथों पाया था। उस साल वह सेरिमनी चेन्नै में हुई थी। उस वक्त करुणानिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे।'
पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और 50 साल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख रहे एम करुणानिधि का मंगलवार शाम करीब 6.10 बजे 94 साल की उम्र में निधन हो गया। करुणानिधि ने चेन्नई के कावेरी अस्पताल में आखिरी सांस ली। करुणानिधि के निधन की खबर से पूरे देशभर में शोक की लहर है। एम करुणानिधि की समाधि मरीना बीच पर बनेगी या नहीं इसका फैसला आ गया है। इस मामले में मद्रास उच्च न्यायालय में चल रही सुनवाई पूरी हो गई है। कार्ट ने कहा कि एम करुणानिधि का अंतिम संस्कार मरीना बीच पर ही होगा।

करुणानिधि का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए चेन्‍नई के राजाजी हॉल में रखा गया है। उनके अंतिम दर्शनों के लिए हजारों की संख्‍या में लोग उमड़ रहे हैं। डीएमके समर्थकों की संख्या को देखते हुए पुलिस भी हाई अलर्ट पर है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्रमुक नेता एम करुणानिधि को श्रद्धांजलि देने और अंतिम संस्‍कार में शामिल होने के लिए करीब साढ़े दस बजे चेन्‍नई पहुंचे। इसके बाद पीएम मोदी राजाजी हॉल पहुंचे, जहां उन्‍होंने करुणानिधि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्‍होंने करुणानिधि के पुत्र एमके स्‍टालिन और पुत्री कनिमोझी और परिवार एवं पार्टी के अन्‍य सदस्‍यों से बातचीत कर उन्‍हें सांत्‍वना भी दी। राजनीति के अलावा तमिल सिनेमा में भी वह सक्रिय रहे। वह एक उम्दा स्क्रीनराइटर थे और कई यादगार फिल्मों का स्क्रीनप्ले लिखा। 1949 में आई उनकी फिल्म 'मंत्री कुमारी' में एम.जी रामचंद्रन लीड रोल में थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई।