निर्माता: अजय देवगन, इन्द्र कुमार, अशोक ठाकरिया, कुमार मंगल, मंगत पाठक, श्री अधिकार ब्रदर्स
निर्देशक : इन्द्र कुमार
सितारे : अजय देवगन, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, अरशद वारसी, संजय मिश्रा, जावेद जाफरी, रितेश देशमुख, जॉनी लीवर
रेटिंग: 2/5
निर्देशक इन्द्र कुमार की हालिया प्रदर्शित ‘टोटल धमाल’ को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए थे। प्रमोशन के दौरान सितारों ने कहा था कि दर्शक इसको देखते हुए हंस-हंस कर पागल हो जाएंगे। लेकिन फिल्म को देखने के बाद ऐसा एक भी दृश्य नजर नहीं आया जिस पर खुलकर हंसी आए। सितारों की फौज में सिर्फ जावेद जाफरी और संजय मिश्रा ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपने कॉमिक अंदाज से थोड़ा बहुत हंसाया है। अजय देवगन, अनिल कपूर, अरशद वारसी, रितेश देशमुख ओवर कॉन्फिडेन्स का शिकार हो गए हैं। उनके चेहरे पर आने वाले भावों को देखकर साफ झलकता है कि वे हंसाने का जबरदस्ती प्रयास कर रहे हैं।
इन्द्र कुमार मध्यान्तर तक सितारों का परिचय ही कराते नजर आते हैं। कुछ जगहों पर अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित की नोंकझोंक पसन्द आती है। मध्यान्तर के बाद फिल्म की गति इतनी तेज रखी गई है कि मनोरंजन उसमें पूरी तरह से खो गया है। यह पूरी तरह से इन्द्र कुमार की असफलता है जो इतनी बड़ी स्टार कास्ट के साथ भी दर्शकों को मनोरंजन नहीं दे पाए हैं।
फिल्म का कथानक इस सीरीज की पहली फिल्म ‘धमाल’ की पूरी तरह से नकल है। पहले भाग की तरह यहाँ भी चोरी हुए पैसों के पीछे भागने का काम है। पैसों को लेकर भाग दौड़ और बीच-बीच में कॉमेडी सिचुएशन की तो भरमार है लेकिन इसमें पुरानी पंच लाइन्स को दोहराया गया है। फिल्म का एक भी दृश्य ऐसा नहीं है जो पुरानी ‘धमाल’ की याद न दिलाता हो। इसी के चलते कुछ भी नयापन देखने को नहीं मिलता है।
फिल्म में ग्रैंड प्रोडक्शन वैल्यू है। बहुत बड़े पैमाने पर फिल्म को शूट किया गया है। फैशन भी एग्जॉटिक है। लेकिन लेखन और एक्शन की कमी के चलते यह सब व्यर्थ लगता है। फिल्म का छायांकन कमाल है। एडिटिंग बेहद पोची है। फिल्म में कई ऐसे दृश्य हैं जिन्हें देखकर लगता है कि इनकी कोई आवश्यकता ही नहीं थी। वीएफएक्स उतना उत्कृष्ठ नहीं है जितनी उम्मीद की जा रही थी। फिल्म की पटकथा और कहानी में बासीपन साफ नजर आता है। इतने बड़े सितारों को साथ लेकर किसी नई कहानी पर काम किया जाता तो निश्चित रूप से यह एक कामयाब फिल्म होती।
बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन इस फिल्म ने सितारों की भीड़ के चलते दर्शकों को अपनी ओर खींचने में कामयाबी प्राप्त की है लेकिन यह कामयाबी लम्बे समय के लिए नहीं है। फिल्म देखकर बाहर आते ही दर्शक इसकी जबरदस्त आलोचना करते नजर आते हैं। ऐसे में इस फिल्म को लेकर बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता की उम्मीद करना बेमानी नजर आता है।