2020 में दिखेगी ‘डॉन-3’, सफलता को तरसते शाहरुख की आखिर आस!

वर्ष 2018 में शाहरुख खान की फिल्म जीरो का प्रदर्शन जीरो रहा। इस फिल्म की असफलता ने शाहरुख खान को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया है। 200 करोड की लागत में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 80-85 करोड पर ही सिमट कर रह गई। वितरकों को भारी नुकसान हुआ और इसकी भरपाई का वादा शाहरुख खान ने उनसे किया है। यह वैसा ही कदम है जैसा ‘ट्यूबलाइट’ की असफलता के बाद सलमान खान ने उठाया था। बात इस नुकसान की नहीं अपितु यह है कि क्या दर्शक अब शाहरुख खान को नायक के तौर पर देखना नहीं चाहता या फिर वह चाहता है कि शाहरुख कुछ ऐसा हटकर करें जिससे उनकी छवि बदले और साथ में सफलता मिले।

पिछले दिनों बॉलीवुड के गलियारों में इस बात को लेकर काफी चर्चा थी कि शाहरुख खान ने ‘जीरो’ के बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड देखने के बाद अपने मित्र फरहान अख्तर से कहा है कि वे जल्द से जल्द उनकी सफल फ्रेंचाइजी ‘डॉन’ के अगले भाग की घोषणा करें जिससे दर्शकों में एक बार फिर से शाहरुख खान के नाम की चर्चा हो। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा था कि शाहरुख खान अगली फिल्म ‘सारे जहाँ से अच्छा’ शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें वे राकेश शर्मा के किरदार में नजर आएंगे। लेकिन अचानक से उनके द्वारा ‘डॉन 3’ का जिक्र करना चर्चा का विषय बन गया।

फरहान अख्तर ने वर्ष 2006 में शाहरुख खान को लेकर ‘डॉन’ का निर्माण व निर्देशन किया था। यह फिल्म अस्सी के दशक में आई अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘डॉन’ का रीमेक थी, जिसकी पटकथा में सलीम खान ने फरहान अख्तर को सहयोग किया था। मूल ‘डॉन’ की कथा-पटकथा सलीम खान और जावेद अख्तर (फरहान अख्तर के पिता) ने लिखी थी। वर्ष 2006 में प्रदर्शित हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड से ज्यादा का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी, जबकि इसकी लागत 38 करोड थी। वहीं वर्ष 2011 में आये इसके दूसरे भाग ने बॉक्स ऑफिस पर वैश्विक स्तर पर 206.50 करोड का कारोबार करने में सफलता प्राप्त की थी, जबकि फरहान ने इस पर अपनी पिछली फिल्म से दोगुना अर्थात् 76 करोड रुपये का खर्च किया था।

जीरो की विफलता ने शाहरुख खान को चिंतित कर दिया है। ऐसे में उन्हें अपने करियर को पुन: संवारने के लिए ‘डॉन’ का सहारा लेने को बाध्य होना पड रहा है। हालांकि दर्शक के नजरिये हमें शाहरुख खान की बतौर नायक सफलता संदिग्ध नजर आती है, फिर चाहे वो ‘डॉन’ बनकर आए या फिर बधाई हो और अंधाधुन के निर्देशकों के साथ काम करते नजर आएं। यदि शाहरुख खान सफलता का स्वाद फिर से चखना चाहते हैं तो उन्हें अपनी छवि से स्वयं को आजाद करना होगा। अब तक फिल्मों में उन्होंने अपना जो हाव-भाव रखा है उसे उन्हें किरदार की आवश्यकता के अनुरूप बनाना होगा। यदि वे फरहान अख्तर के साथ ‘डॉन 3’ करते हैं तो उन्हें ओवर एक्ट के स्थान पर अंडर प्ले पर ध्यान देना होगा, जैसा अमिताभ बच्चन ने मूल फिल्म ‘डॉन’ में अपने किरदार के साथ किया था।