बर्थडे स्पेशल : जीतेन्द्र कपूर से जुडी कुछ रोचक बातें

अपने ज़माने के हेंडसम हीरो जीतेन्द्र कपूर आज अपना 76वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। 7 अप्रैल 1942 को पंजाब के अमृतसर में जितेन्द्र का जन्म हुआ था। जीतू जी अपने ज़माने के एकमात्र ऐसे हीरो थे जिन्होंने फिल्मों में नृत्य करने का नया अंदाज दिखाया। जीतू जी आज भी अपनी जिन्दादिली के लिए जाने जाते हैं। आज हम आपको इस हेंडसम हीरो से जुडी कुछ ख़ास बातें बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं जीतेन्द्र से जुडी कुछ बातें।

* जितेन्द्र का असली नाम 'रवि कपूर' है और डायरेक्टर वी शांताराम ने उनको 'जितेंद्र' नाम दिया था।

* जितेन्द्र के पिता इमीटेशन ज्वैलरी का काम करते थे और उसी कारण एक बार जब वह अपने बेटे जितेन्द्र के साथ मशहूर निर्देशक वी शांताराम के पास गए तो उन्होंने कहा कि आपका बेटा तो एक्टर बन सकता है बस इसके बाद वी शांताराम ने 1959 की फिल्म 'नवरंग' में संध्या के डबल रोल में जितेन्द्र को कास्ट किया।

* जितेन्द्र ही एकमात्र ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने 200 से ज्यादा फिल्में लीड रोल में की हैं। इसके अलावा श्रीदेवी और जया प्रदा के साथ जितेन्द्र ने अधिकतम फिल्में की हैं।

* फिल्मों के साथ-साथ जितेन्द्र टीवी पर भी नजर आए। उन्होंने 'क्यूंकि सास भी कभी बहु थी' सीरियल, टीवी रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' और डांसिंग क्वीन में भी काम किया।

* जितेन्द्र मशहूर प्रोड्यूसर एकता कपूर और एक्टर तुषार कपूर के पिता हैं।

* साल 1983 से 1988 के बीच जितेन्द्र और बप्पी दा ने 20 फिल्में की हैं जिनमें से 16 सिल्वर जुबली थी।

* जितेन्द्र की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म 1970 की 'कारवां' थी।

* जितेन्द्र ने रेखा के साथ 26 फिल्मों में काम किया है जिनमें से 16 फिल्में हिट रहीं। इन फिल्मों में 'मवाली', 'हिम्मतवाला' और 'तोहफा' जैसी फिल्में शामिल हैं।

* जितेन्द्र ने ही अभिनेता राजेश खन्ना को डायरेक्टर के। राघवेन्द्र राव से मिलवाया था और फिर राजेश खन्ना को फिल्म 'नया कदम' और 'मास्टरजी' दो फिल्मों में काम करने का मौका मिला।

* जितेन्द्र और राजेश खन्ना ने एक ही स्कूल सेंट सेबेस्टियन और के। सी कॉलेज से पढ़ाई की थी।

* जब 80 के दशक में जितेन्द्र साउथ के प्रोड्यूसर्स के साथ काम करते थे तो इनका ग्रुप 'जितेन्द्र - बप्पी- किशोर -आशा' के नाम से फेमस था।

* जितेन्द्र की फिल्म 'अग्निकाल' गुजरात के राजकोट में हुई असली घटनाओं पर आधारित थी।