बिग बॉस-5 का प्रतिभागी: आऊ लोलिता, मैं इक छोटा सा नन्हा सा...

वर्ष 2006 में शुरू हुआ कलर्स टीवी का चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस का 11वीं सीजन इन दिनों कलर्स पर प्रसारित हो रहा है। दर्शकों द्वारा पूरी तरह से नकारात्मक रवैया मिलने के बावजूद इस शो को जारी रखा जा रहा है। शो के प्रस्तुतकर्ता सलमान खान पिछले कई सीजन से यह कहते आ रहे हैं वे इसका अगला सीजन नहीं करेंगे लेकिन जैसे ही चैनल वाले उनकी कीमत बढ़ाते हैं वे राजी हो जाते हैं। इस शो में बॉलीवुड के कई सुप्रसिद्ध सितारों ने भाग लिया है। बिग बॉस 5 में हिन्दी फिल्मों के ख्यात खलनायक और हास्य अभिनेता शक्ति कपूर ने भी प्रतिभागी के तौर पर प्रवेश किया था। वे शो में दो सप्ताह तक कैप्टन रहे थे और चौथे सप्ताह में वे बिग बॉस के घर से बाहर आए थे। बिग बॉस सीजन 5 अब तक प्रसारित सीजनों में एक मात्र ऐसा सीजन था जिसमें पुरुष प्रतिभागी के नाम पर शक्ति कपूर शामिल हुए थे। शो के 28वें दिन जब वे बिग बॉस से बाहर आए तब वे 13वें स्थान पर थे।

शक्ति कपूर को सबसे पहले फिल्मों में लाने का श्रेय सुनील दत्त को जाता है जिन्होंने सुनील सिकन्दरपाल कपूर को अपने पुत्र संजय दत्त की लांचिंग फिल्म ‘रॉकी’ में बतौर युवा खलनायक पेश किया। सुनील दत्त को उनका नाम पसन्द नहीं आया, जिसके चलते उन्होंने सिकन्दरपाल कपूर को ‘शक्ति कपूर’ नाम दिया। वर्ष 1980 में प्रदर्शित हुई ‘रॉकी’ ने बॉक्स ऑफिस पर कोई बड़ा कमाल नहीं किया था लेकिन यह सफल फिल्म थी। इस फिल्म की सफलता में सबसे बड़ा योगदान जहाँ राखी का था, जिन्होंने संजय दत्त की माँ की भूमिका अभिनीत की और दूसरा सबसे बड़ा हाथ आर.डी. बर्मन के संगीत का रहा। इस फिल्म के सभी गीतों ने अपने दौर में धूम मचाई। विशेष रूप से संजय दत्त, शक्ति कपूर, रीना रॉय और टीना मुनीम पर फिल्माया गया ‘आ देखें जरा किसमें कितना है दम जम के रखना कदम. . .’ इस गीत में शक्ति कपूर ने अपनी नृत्य शैली से न सिर्फ दर्शकों अपितु समालोचकों को भी प्रभावित किया। उसके बाद कई फिल्मों में उन्होंने अपनी नृत्य शैली का प्रस्तुतीकरण किया।

'रॉकी' के बाद शक्ति कपूर को दूसरा सबसे बड़ा मौका मिला फिरोज खान की 'कुर्बानी' में। हिन्दी सिने इतिहास में 'कुर्बानी' की सफलता की मिसाल दी जाती है। राजस्थान की राजधानी जयपुर के बंद हो चुके सिनेमाघर जैम और शालीमार में इस फिल्म का प्रदर्शन हुआ था। मुझे आज भी याद है जब मैंने पहली बार किसी सिनेमाघर के बाहर इतनी ज्यादा दर्शकों की भीड़ देखी थी, जिसे नियंत्रित करने के लिए सिनेमाघर मालिकों को घुड़-पुलिस को बुलाना पड़ा था। वो फिल्मों का सुनहरा दौर था। फिल्मों के प्रति दर्शकों की दीवानगी देखते ही बनती थी। दर्शकों में ‘कुर्बानी’ देखने की दीवानगी नाजिया हसन के गीत ‘आप जैसा कोई मेरी जिन्दगी में आए तो बात बन जाए’ के कारण हुई थी। फिरोज खान इसे लंदन से लेकर आए थे। इसके अतिरिक्त इस फिल्म के समस्त गीत 'हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे मरने वाला कोई जिन्दगी चाहता हो जैसे. . .', 'कुर्बानी कुर्बानी कुर्बानी अल्लाह को प्यारी है कुर्बानी', 'लैला ओ लैला लैला ऐसी हूँ लैला. . .' जिसे इसी वर्ष प्रदर्शित हुई 'रईस' सनी लियोनी पर पुन: फिल्माया गया जिन्हें कल्याणजी आनन्दजी ने संगीतबद्ध किया था, ने अपनी सफलता का परचम लहराया था।

अस्सी के दशक से शुरू हुआ शक्ति कपूर का यह सफर आज भी बदस्तूर जारी है। अपने करियर में 700 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके इस अभिनेता ने बॉलीवुड के तमाम बड़े, नए-पुराने नायकों के साथ काम किया। खलनायकी के साथ-साथ शक्ति कपूर ने स्वयं को हास्य कलाकार के रूप में भी स्थापित किया। एक वक्त था जब हर दूसरी फिल्म में वे कादर खान के साथ खलनायक और हास्य कलाकार के रूप में नजर आए। शक्ति कपूर और कादर खान 100 से ज्यादा फिल्मों में एक साथ नजर आए। ऐसे ही उन्होंने गोविन्दा के साथ जहाँ खलनायक के रूप में नजर आए, वहीं कई फिल्मों में उन्होंने उनके दोस्त की भूमिका निभाई। वर्ष 1995 में आई डेविड धवन निर्देशित ‘राजा बाबू’ के लिए शक्ति कपूर ने पहला फिल्मफेयर अवार्ड जीता, बतौर सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार के।

शक्ति कपूर अपने करियर में वर्ष 2005 में कास्टिंग काउच में उनका नाम उछला। इंडिया टीवी ने उस समय एक वीडियो जारी किया था जिसमें दिखाया गया था कि शक्ति कपूर एक नवोदित अभिनेत्री को फिल्मों में काम दिलाने के लिए हमबिस्तर होने का प्रस्ताव दे रहे हैं। इंडिया टीवी का कहना था कि यह स्टिंग ऑपरेशन था। इसके चलते उन पर फिल्म और टीवी फैडरेशन ने बैन लगा दिया, जिसके चलते उन्हें फिल्मों और टीवी पर काम मिलना बन्द हो गया। लेकिन बाद में उन पर से यह बैन हटा लिया गया।

शक्ति कपूर आज भी फिल्मों और टीवी पर सक्रिय हैं। इसके साथ ही उनके दोनों बच्चे श्रद्धा कपूर और सिद्धान्त कपूर फिल्मों में व्यस्त हैं। श्रद्धा कपूर जानी मानी फिल्म अभिनेत्री हैं, जबकि सिद्धान्त कपूर की पहली फिल्म 'हसीना पारकर' हाल ही में प्रदर्शित हुई, जिसमें उन्होंने अपनी बहन के साथ भूमिका अभिनीत की है। शक्ति कपूर की पत्नी शिवांगी कोल्हापुरी अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरी की बहन हैं और उनके साढू प्रदीप शर्मा उर्फ टूटू फिल्म निर्माता हैं। प्रदीप शर्मा जयपुर के निवासी हैं।