प्लेबैक सिंगर शान पर असम के गुवाहाटी में एक लाइव कंसर्ट के दौरान लोगों ने हमला कर दिया। गुवाहाटी के सरुसजाई स्टेडियम में कॉन्सर्ट के दौरान शान पर किसी ने पेपर बॉल फेंकी। इसके बाद सिंगर को कहते सुना गया, "उसे स्टेज पर लाओ। तुम जो भी हो, कभी किसी आर्टिस्ट पर चीजें मत फेंकना। एक परफॉर्मर की रेस्पेक्ट करना सीखो।" शान ने कहा, "मुझे तेज बुखार था। मैंने दवाइयां खाई हैं। मैं यहां सारी रात तुम लोगों के लिए परफॉर्म कर रहा हूं। और अगर इस तरह का रिस्पॉन्स है और इस तरह के लोग हैं तो मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है।" दरहसल कंसर्ट के दौरा शान ने बंगाली गाना गा दिया जिसके बाद गुस्साए लोगों ने शान पर पत्थर और कागज के गोले फेंके। गनीमत रही कि इस घटना में स्टेज पर मौजूद किसी शख्स को चोट नहीं पहुंची।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरुसजाई स्टेडियम में लाइव कंसर्ट की शुरुआत में अपने फेमस हिंदी गानों के बाद जब सिंगर शान ने बंगाली गाने गाना शुरू कर दिए। इस पर वहां मौजूद कुछ श्रोताओं ने चिल्लाना शुरू कर दिया ताकि सिंगर गाना बदल दें, लेकिन जब शान ने गाना जारी रखा तो लोग भड़क गए और कहने लगे कि यह बंगाल नहीं असम हैं। यहां बंगाली गाना नहीं चलेगा।
सूत्रों की मानें तो हंगामे के बाद सिंगर ने अपना स्टेज शो बीच में ही छोड़ दिया और वापस चले गए। उधर, कार्यक्रम के आयोजकों ने शान से इस मामले को लेकर माफी मांगी है।शान उर्फ शांतनु मुखर्जी ने भी बात का बतंगड़ न बनाने को कहा है।
शान ने ट्विटर पर लिखा है, ''मेरी असम की यात्रा बड़ी प्यार रही!! वहां सबसे आकर्षक जगहों को देखा...नए दोस्त बनाये...हर कंसर्ट में लोगों का भारी उत्साह देखने को मिला...एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से यह इस सुंदरतम राज्य को कलंकित करना सही नहीं है !!! जो भी हुआ वह इस मूवमेंट की गर्मागर्मी में हुआ।''
17 साल की उम्र से कर रहे सिंगिंगशान का जन्म 30 सितंबर को मध्यप्रदेश के खंडवा में हुआ था। जब शान 13 साल के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद उनकी मां ने सिंगिग शुरू की ताकी वह अपना घर चला सकें। इसके बाद उनकी मां ने उन्हें भी सिंगिंग सिखाई। शान ने सिर्फ हिंदी ही नहीं बल्कि, कन्नड़, तमिल, बंगाली, पंजाबी, मराठी, उर्दू और तेलुगु में भी गाने गाए हैं। शान ने पाकिस्तानी फिल्म के लिए भी गाने गाए हैं। शान ने अपने करियर की शुरुआत 17 साल की उम्र में ही कर दी थी। उन्होंने पॉप, जैज, रोमांटिक, हिप हॉप, रॉक जैसी अलग-अलग विधाओं में भी गाने गाए हैं।
मिल चुके हैं नामी अवॉर्डशान को फिल्म 'सावरिया' के गाने 'जब से तेरे नैना' के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर के फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके गाने चांद सिफारिश, बहती हवा-सा था वो, हे सोना, दिल लेके समेत कई गाने बेहद पॉपुलर हैं। इसके अलावा शान ने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया है और शान कई प्रोग्राम्स को होस्ट भी कर चुके हैं। शान को 'गोल्डन वॉइस ऑफ इंडिया', 'वॉइस ऑफ पैराडाइस', 'मैजिशियन ऑफ मेलडी' और 'वॉइस ऑफ यूथ' जैसे टाइटल्स के भी सम्मानित किया जा चुका है।