
एक्टर व लीडर राज बब्बर और दिवंगत एक्ट्रेस स्मिता पाटिल के बेटे प्रतीक बब्बर ने पिछले महीने वेलेंटाइन डे के मौके पर अपनी लॉन्ग टाइम गर्लफ्रेंड प्रिया बनर्जी के साथ शादी कर ली। प्रतीक ने शादी में अपने पिता को आमंत्रित नहीं किया। इसके बाद हाल ही प्रतीक ने अपना सरनेम बदलकर ‘प्रतीक स्मिता पाटिल’ रख लिया है। इससे प्रतीक और उनके पिता के बीच का विवाद और ज्यादा जगजाहिर हो गया है। प्रतीक ने अपनी मां के नाम और लीगेसी से जुड़े रहने की इच्छा पर जोर दिया है। इस बीच प्रतीक के सौतेले भाई आर्य बब्बर ने रिएक्शन दी है।
आर्य ने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कहा कि स्मिता मेरी भी मां हैं और यह प्रतीक पर निर्भर करता है कि वह कौन सा सरनेम रखना चाहते हैं या छोड़ना चाहते हैं। नाम बदलने से किसी की पहचान नहीं बदलती। अगर मैं अपना नाम आर्य बब्बर से बदलकर सिर्फ आर्य या राजेश रख भी लूं, तो भी मैं अपने कोर में बब्बर ही रहूंगा। नाम बदलने के बावजूद किसी का अस्तित्व और पहचान नहीं बदलती है। आप अपना नाम बदल सकते हैं, वजूद नहीं। रहूंगा तो बब्बर ही क्योंकि वजूद मेरा वो ही है, आप वो कैसे चेंज कर सकते हो।
हम एक परिवार हैं जो लोगों की नजरों में है तो बोला तो जाएगा ना। हम वास्तव में इसके बारे में कुछ भी नहीं कह सकते हैं या कर सकते हैं। हमें इसके बारे में ठीक होना होगा। ये चीजें इंडस्ट्री में होने का एक हिस्सा हैं। एट द एंड हम पब्लिक प्रॉपर्टी हैं। जब आर्य से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि पारिवारिक मुद्दों को लोगों की नजरों में उछालने के बजाय निजी रखा जाना चाहिए था, तो आर्य ने जवाब दिया, “यह ठीक है। ये लाइफ का एक हिस्सा है। हम वास्तव में इसकी मदद नहीं कर सकते। ऐसी चीजों के बारे में इतना ज्यादा सोचना नहीं चाहिए। जियो और मस्त रहो। बता दें राज बब्बर की पहली शादी नादिरा के साथ हुई थी। उनके बेटा आर्य और बेटी जूही बब्बर हैं।
‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ फेम एक्टर सचिन त्यागी की रक्षंदा खान से हुई है शादी‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ फेम एक्टर सचिन त्यागी भी पूरे रमजान 30 दिन तक फास्ट रखते हैं। इसके पीछे की वजह हैं उनकी पत्नी एक्ट्रेस रक्षंदा खान। सचिन ने पत्नी के इस्लाम धर्म के लिए हदीस भी पढ़ी है। सचिन ने टेली मसाला को दिए इंटरव्यू में कहा कि कितना मुश्किल होता है मुंबई के वातावरण में फास्ट रखना। बहुत आश्चर्य होता था पहले। सोचता था कि कैसे 30 दिन तक ऐसा कर सकता है कोई। अब तो मेरे घर में ही होता है। अब उनके साथ कभी-कभी मुझसे भी नहीं रहा जाता।
आप जो करने लगो और जो मन से करने लगो, प्यार और विश्वास के साथ सब हो जाता है। जब रक्षंदा के साथ मेरा राब्ता हुआ तो मैं जानना चाहता था कि इस्लाम है क्या तो मैंने हदीस पढ़ी। सच में यह है क्या। तो उसके 3000 पॉइंट्स थे और मैंने शायद 1200-1400 पॉइंट्स पढ़ने की कोशिश की। तो समझने की कोशिश की। अब मुझे औरों का तो पता नहीं है पर मुझे ऐसा लगता है कि सब अपने-अपने तरीके से ढूंढ रहे हैं।
बात तो सब एक ही कह रहे हैं, कहीं ऐसा तो नहीं सुना है कि कोई बोल रहा है 2-3 भगवान है या गॉड है, एक ही बोल रहे हैं सब लोग। वो कैसे मिलेगा, वो भी मन को पवित्र करके मिलेगा। अच्छा इंसान बनकर मिलेगा। उल्लेखनीय है कि सचिन साल 2016 से ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ सीरियल से लोगों का दिल जीत रहे हैं।