‘धुरंधर ने करारा तमाचा जड़ा है’, रणवीर सिंह की फिल्म को प्रोपेगेंडा कहे जाने पर अनुपम खेर का जवाब – बोले, ‘हमें कमजोर समझने की भूल न करें’

इन दिनों फिल्म धुरंधर हर तरफ चर्चा में है। जबरदस्त बॉक्स ऑफिस सफलता के साथ-साथ यह फिल्म विवादों के घेरे में भी आ गई है। कुछ वर्गों द्वारा इसे प्रोपेगेंडा करार दिए जाने के बाद बहस और तेज हो गई है। खाड़ी देशों में बैन झेल चुकी इस फिल्म को हाल ही में यूट्यूबर ध्रुव राठी ने भी प्रोपेगेंडा बताया था। अब इस पूरे मुद्दे पर दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर सामने आए हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर न सिर्फ फिल्म की ऐतिहासिक कामयाबी पर खुशी जताई, बल्कि इसे प्रोपेगेंडा कहने वालों को भी करारा जवाब दिया।

5 दिसंबर को रिलीज हुई धुरंधर का निर्देशन आदित्य धर ने किया है। रिलीज के बाद से ही फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर नए कीर्तिमान रचते हुए 1000 करोड़ क्लब में अपनी जगह बना ली है। हालांकि, इस जबरदस्त सफलता के बीच कुछ लोगों की आलोचनाएं भी सामने आई हैं। इन्हीं प्रतिक्रियाओं के बीच अनुपम खेर ने खुलकर अपनी राय रखी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।

धुरंधर की सफलता से गदगद अनुपम खेर

भले ही अनुपम खेर धुरंधर का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन फिल्म की सफलता ने उन्हें भीतर तक प्रभावित किया है। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “धुरंधर की कामयाबी की खुशी को खुलकर जाहिर करने का मन बहुत दिनों से था, इसलिए यह वीडियो बनाया। इस फिल्म से मेरा सीधा कोई संबंध नहीं है, लेकिन यह फिल्म क्यों इतनी जरूरी है, यह जज्बा क्या है और इसने मुझे बेहतर काम करने के लिए कैसे प्रेरित किया—यह सब मैं साझा करना चाहता था। आदित्य धर और उनकी पूरी टीम को दिल से बधाई। महादेव आप सबको बुरी नजर से बचाएं।”

धुरंधर को बताया मील का पत्थर

करीब 7 मिनट 43 सेकंड लंबे इस वीडियो में अनुपम खेर ने धुरंधर को एक “लैंडमार्क फिल्म” बताया। उन्होंने इसकी तुलना सिनेमा की कुछ यादगार फिल्मों जैसे मुगल-ए-आजम, सारांश, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और खोसला का घोसला से की। खेर ने साफ कहा कि उन्हें यह फिल्म इसलिए पसंद नहीं आई क्योंकि इसे कश्मीरी निर्देशक आदित्य धर ने बनाया है, बल्कि इसलिए कि एक सच्चे फिल्ममेकर की तरह उन्होंने किसी तय फॉर्मूले का सहारा नहीं लिया और अपनी कहानी को ईमानदारी से पर्दे पर उतारा।

प्रोपेगेंडा कहे जाने पर जताई नाराजगी

फिल्म को प्रोपेगेंडा करार दिए जाने पर अनुपम खेर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह साफ दिखाता है कि एक खास समूह था, जो शुरुआत से ही इस फिल्म को प्रोपेगेंडा साबित करने में लगा हुआ था। यही वही लोग हैं जिन्होंने पहले भी ऐसी कोशिशें की हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ के साथ भी यही हुआ और मैं मानता हूं कि वे करीब 30 फीसदी तक इसमें सफल भी रहे। उन्होंने बहस छेड़ी, माहौल बनाया। लेकिन धुरंधर ने ऐसे लोगों को करारा तमाचा जड़ा है। आप यह तय करने वाले कौन होते हैं कि क्या प्रोपेगेंडा है और क्या नहीं? हमें छोटा महसूस कराने की कोशिश मत कीजिए।”