अमृतसर में दशहरा उत्सव के दौरान DMU ट्रेन की चपेट में आने से 60 लोगों की मौत हो गई और करीब 72 घायलों को अमृतसर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा इतना बड़ा था कि मरने वालों की तादाद और बढ़ सकती है। दरहसल, शुक्रवार को धोबीघाट के निकट जोड़ा फाटक पर लगभग 700 लोगों की भीड़ रावण के विशाल पुतले का दहन देख रही थी तभी अमृतसर से होशियारपुर जा रही जालंधर-अमृतसर डीएमयू पैसेंजर ट्रेन शाम करीब सात बजे पटरी पर खड़े लोगों को रोंदती हुई गुजर गई। 10-15 सेकेंड के बाद ही वहां क्षत-विक्षत शव नजर आने लगे और वहां चीख-पुकार मचने लगी। इस हृदय विदारक घटना पर बॉलीवुड ने भी संवेदना व्यक्त की। बॉलीवुड की कई हस्तियों ने मृतकों और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इस मामले पर शेखर कपूर ने ट्वीट कर कहा, "बेहद दर्दनाक घटना। मृतकों और घायलों के प्रति हृदय से संवेदना। इस घटना में लगभग 60 लोग मारे गए हैं और कई घायल हो गए हैं। इस घटना का राजनीतिकरण ना करें। बेशक बाद में इसकी जांच होगी।"
उनके अलावा बॉलीवुड के अन्य कलाकारों ने भी अपनी संवेदनाएं सोशल मीडिया पर व्यक्त की है। फिल्मकार और अभिनेता फरहान अख्तर ने ट्वीट कर कहा, "अमृतसर की घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ। सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा को और गंभीरता से लेना जरूरी है। दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति संवेदना।"
अभिनेता अनिल कपूर ने लिखा, "अमृतसर रेल दुर्घटना हृदय विदारक है। बहुत बुरा हुआ। बचाव और सुरक्षा के प्रति हमारे रवैए का एक और उदाहरण। सभी पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं।"
अभिनेत्री डायना पेंटी ने ट्वीट किया, "अमृतसर में रेल दुर्घटना की खबर सुनकर चौंक गई। मैं अभी भी समझ नहीं पा रही हूं कि ऐसा कैसे हो सकता है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं और दुआएं हैं।"
अभिनेत्री हुमा कुरैशी ने लिखा, "शब्दों में वर्णन नहीं कर सकती.. चौंकाने वाला, हृदय विदारक।"
गायक अदनान सामी ने कहा, "अमृतसर रेल हादसे के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ, जहां कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना।"
अभिनेता राहुल देव ने ट्वीट कर कहा, "मृतकों के परिजनों के प्रति विनम्र संवेदना, घायलों के शीघ्र स्वास्थ होने की कामना।"
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा- हमारी कोई गलती नहीं, ड्राइवर पर रेलवे नहीं करेगा कार्रवाई!इस पूरे हादसे पर जिम्मेदारी लेने से मना करते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि ड्राइवर ने स्पीड कम की थी। अगर इमरजेंसी ब्रेक लगाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। हादसे की जगह अंधेरा था और ट्रैक थोड़ा घुमावदार था।जिसकी वजह से ड्राइवर को ट्रैक पर बैठे लोग नज़र नहीं आए। उन्होंने कहा कि गेटमैन की ज़िम्मेदारी सिर्फ गेट की होती है। हादसा इंटरमीडिएट सेक्शन पर हुआ, जो कि एक गेट से 400 मीटर दूर है, वहीं दूसरे गेट से 1 किलोमीटर दूर है।
उन्होंने साफ कहा कि हमारी कोई गलती नहीं है। उन्होंने यह भी साफ किया है कि इस मामले में रेलवे की तरफ से जांच के आदेश नहीं दिए जाएंगे। वहीं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने भी रेलवे की गलती होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि हादसे से कुछ दूर पहले ट्रैक पर कर्व है, इस वजह से संभव है कि उसे भीड़ दिखी ही नहीं हो। उन्होंने सवाल किया कि ड्राइवर गाड़ी चलाएगा या इधर-उधर देखेगा? वहीं फिरोजपुर डीआरएम ने भी कहा है कि इस हादसे में ट्रेन के ड्राइवर की कोई गलती नहीं थी। उन्होंने कहा, "ट्रेन 90 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ रही थी।ड्राइवर ने ब्रेक लगाई। हादसे के वक़्त स्पीड 68 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई। ट्रेन को रोकने के लिए 600 - 700 मीटर पहले ब्रेक लगाना पड़ता है। ड्राइवर ने हॉर्न भी बजाया था, शोर की वजह से लोगों ने सुना नहीं।"