'आप की अदालत' में आमिर खान का बेबाक जवाब- धर्म, देशभक्ति और आतंकवाद पर खुलकर बोले अभिनेता

आमिर खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'सितारे जमीन पर' अब रिलीज के लिए पूरी तरह से तैयार है, और इसको लेकर आमिर खान जोरों-शोरों से फिल्म प्रमोशन में जुटे हैं। वे इस मौके का उपयोग अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ी दिलचस्प और विचारोत्तेजक बातें फैंस के साथ साझा करने के लिए कर रहे हैं।

हाल ही में आमिर ने टीवी के मशहूर शो 'आप की अदालत' में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले से लेकर धर्म और सामाजिक मुद्दों पर बेहद संवेदनशील व बेबाक बातें कीं।

'पाकिस्तान को शर्म आनी चाहिए':

इस चर्चा में आमिर खान ने कहा, 'पूरी दुनिया को ये समझना चाहिए कि पहल उन्होंने की थी, जिन्होंने निर्दोष लोगों पर हमला किया। उन्होंने हमारे लोगों को बेरहमी से मारा था, और ये इंसानियत के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है। उनको शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने ऐसा किया। कोई भी सच्चा मजहब यह नहीं सिखाता कि बेगुनाहों को मारा जाए। मैं तो ऐसे आतंकियों को मुसलमान मानता ही नहीं हूं। इस्लाम में साफ लिखा है कि महिलाओं पर हाथ नहीं उठाया जा सकता, बच्चों को नहीं मारा जा सकता और किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता — और ये सब आतंकवादियों के काम इस्लाम की मूल शिक्षाओं के खिलाफ हैं।'

‘सेना पर गर्व है’ – देशभक्ति पर बोले आमिर:

आमिर खान ने आगे कहा, 'मुझे हमारी भारतीय सेना पर गर्व है। जब कारगिल युद्ध हुआ और हम विजय हुए, तो मैं (जहां तक मुझे पता है) अकेला इंसान था जो कारगिल जाकर सेना के साथ 8 दिन रहा। मैं सभी रेजीमेंट्स से मिला और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गया था। यह मेरे जीवन के गर्वपूर्ण पलों में से एक है।'

‘धर्म का मजाक उड़ाने’ के आरोपों पर प्रतिक्रिया:

जब उनसे यह सवाल किया गया कि उन पर अक्सर यह आरोप लगते हैं कि वे फिल्मों के माध्यम से हिंदू धर्म का मजाक उड़ाते हैं और ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देते हैं, तो आमिर ने स्पष्ट किया, 'मैं हर धर्म का आदर करता हूं। मैंने कभी फिल्मों में किसी भी धर्म का अपमान नहीं किया। मैंने बस उन लोगों की आलोचना की है जो धर्म का इस्तेमाल लोगों को गुमराह करने या फायदा उठाने के लिए करते हैं।'

‘काफिर’ कहे जाने पर बोले आमिर:

इस पर जब यह मुद्दा उठा कि कुछ मुस्लिम समर्थक ट्रोल्स उन्हें ‘काफिर’ कहते हैं क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी और बहन की शादी हिंदू धर्म में की, आमिर ने बेहद स्पष्टता से जवाब दिया, 'मैं मुसलमान हूं और मुझे इस पर गर्व है। साथ ही मैं एक भारतीय हूं और मुझे इस पर भी बहुत गर्व है। दोनों चीजें मेरे लिए बराबर और महत्वपूर्ण हैं। मुझे अपनी जड़ों पर गर्व है।'