भगवान श्रीकृष्ण को नाराज करें सकते हैं जन्माष्टमी पर किए गए ये 5 काम, रखें ध्यान

आज देशभर में जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया जाना हैं जो कि बहुत धूमधाम से मनाया जाता हैं। हांलाकि इस बार कोरोना के चलते सतर्कता बरती जा रही हैं और मंदिरों में भीड़ ना हो इसके चलते ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी की गई हैं। सभी इस दिन अपने घर में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। लेकिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिन्हें इस दिन करने से बचना चाहिए अन्यथा श्रीकृष्ण की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये जानते हैं उन काम के बारे में जो जन्माष्टमी पर नहीं करने चाहिए।

मांसाहारी भोजन से रहे दूर

इस दिन सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए। ऐसे में मांस- मछली और शराब से दूर रहने में ही भलाई है।

तुलसी

भगवान विष्णु जी ने अपने आंठवे अवतार में कृष्णा जी के रूप में धरती पर जन्म लिया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, तुलसी माता भगवान श्रीहरि अर्थात विष्णु जी से विवाह करना चाहती थी। इसलिए श्रीकृष्ण को भी तुलसी अति प्रिय है। इसी कारण कृष्णा जी का प्रसाद तुलसी के बिना अधूरा माना जाता है। मगर इस दिन पर खासतौर व शुभ दिन पर तुलसी के पौधे को हाथ लगाना या फिर पत्ता तोड़ने से परहेज रखना चाहिए। इसलिए भगवान के भोग में इसे रखने के लिए एक दिन पहले ही तुलसी के पत्तों को तोड़ कर रख लें।

पेड़- पौधे लगाएं

इस दिन पेड़ या किसी पौधे को खराब या उखाड़ने की भूल न करें। इससे कान्हा जी नाराज हो सकते हैं। ऐसे में उनकी असीम कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी के दिन अपने परिवार के साथ एक पौधा जरुर लगाएं।

गरीबों का अपमान नहीं उसे दान करें

भगवान परम दयालु और करुणामयी होते हैं। उनके लिए सभी भक्त एक जैसे होते है। ऐसे में किसी भी गरीब का अपमान करने से श्री कृष्ण की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इसलिए इस शुभ दिन पर अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को दान कर डाल गोपाल श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव कीकी खुशियां मनाएं।

कलह-क्लेश, वाद विवाद से रहें दूर

जन्माष्टमी के दिन किसी से लड़ाई-झगड़ा न करें। इसके साथ ही अगर आपका कोई मित्र या रिश्तेदार गुस्सा हो तो उन्हें मना लें। साथ ही अगर कोई सामने से आपसे लड़ाई-झगड़ा करें तो उससे लड़ने की जगह प्यार से पेश आएं।