सुन्दरता के साथ-साथ अध्यात्मिक और स्वास्थ्य लाभ भी है पायल पहनने के

आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाएं अपने दैनिक जीवन में कई गहने धारण करती हैं। जिसमें से सबसे विशेष होती है पायल। क्योंकि पायल की छन-छन किसी भी महिला के पांवों की सुन्दरता बढाती हैं और उनके क़दमों की आहट को दर्शाती हैं। पायल किसी भी महिला की ख़ूबसूरती बढ़ाने में बहुत काम आती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं महिलाओं के पायल पहनने के पीछे सुन्दरता बढ़ाने के अलावा अध्यात्मिक और स्वास्थ्य कारण भी होता हैं। आज हम आपको पायल पहनने के पीछे के उन्हीं आध्यात्मिक और स्वास्थ्य कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं उन आध्यात्मिक और स्वास्थ्य कारणों के बारे में।

सामान्य रूप से यह माना जाता कि पायल से जो आवाज होती है उससे कई दैवीय शक्तियाँ प्रभावित होती हैं। ये दैवीय शक्तियाँ प्रभावित होने पर घर की सुख – शांति तथा कृपा बनाये रखती हैं। यहाँ हम आपको पुरानी परम्पराओं के अनुसार बताएँगे कि स्त्रियाँ पायल क्यों पहनती हैं।

प्राचीन समय से ही यह परम्परा चली आ रही है कि स्त्रियों का पायल पहनना अति आवश्यक है। पुरानी परम्परा के अनुसार स्त्रियों को शादी के बाद बिना पायल पहने घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाती। प्राचीन काल में पायल की आवाज लोगों के लिए स्त्री के आने का एक संकेत था जिससे लोगों को यह पता चल जाता था की कोई स्त्री आ रही है। पायल की छम – छम की आवाज से किसी का भी ध्यान आकर्षित हो सकता है।

पुरानी परम्परा के अंतर्गत पायल की मधुर आवाज को संगीत का दूसरा रूप माना गया है। पुरानी परम्परा के अनुसार ऐसा कहा गया है कि जिस घर की स्त्रियाँ पायल पहनती हैं उस घर की सुख शांति हमेशा बनी रहती है तथा वातावरण भी पवित्र रहता है। पायल पहनने से घर पर देवी देवताओं की कृपा हमेशा बनी रहती है, यही कारण है कि पुरानी परम्परा के अनुसार स्त्रियों के लिए पायल पहनना अति आवश्यक माना गया है।

पायल पहनना स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही लाभदायक माना गया है। साधारण पायल की अपेक्षा सोने तथा चांदी से निर्मित पायल स्त्रियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अधिक लाभदायक होती है। सोने चांदी से निर्मित पायल पहनने से पैरों की हड्डियाँ मजबूत होती हैं। आयुर्वेद में कुछ दवाईयां ऐसी होती हैं जो सोने चांदी के भस्म को मिलाकर बनाई जाती हैं। जिस प्रकार सोने चांदी के भस्म से निर्मित दवाइयां स्त्रियों के लिए लाभदायक होती हैं उसी प्रकार पायल पहनने से भी स्त्रियों के स्वास्थ्य को बहुत लाभ प्राप्त होते हैं।