भगवान श्री राम की ये बातें सीखकर दूर करें अपने जीवन की समस्याएँ

भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाना जाता हैं क्योंकि श्री राम ने अपना पूरा जीवन त्याग, बलिदान और मर्यादा के साथ जिया। भगवान श्री राम ने हमेशा से सच्चाई का मार्ग ही अपनाया हैं। भगवान श्री राम की पूरी जीवनी ही एक मार्गदर्शन हैं जिससे हमें कई चीजें सिखने को मिलती हैं। भगवान श्रे राम की कई ऐसी बातें हैं जो कलयुग के इस समय में बहुत उपयोगी साबत होती हैं। हमें उन बातों को सीखकर अपने जीवन में उतारकर जीवन की सभी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। तो आइये जानते हैं श्री राम से सीखी जाने वाली बातें।

* जीवन में मर्यादा का पालन
: अगर कोई मनुष्य अपने जीवन में मर्यादा का पालन करते हुए जिंदगी जिए तो उसे जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। भगवान श्रीराम का सारा जीवन मर्यादा में रहकर ही गुजरा। इसलिए तो भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है।

* पद की गरिमा बनाए रखें : आप भले हीं किसी भी पद पर हों, लेकिन अगर आप अपनी गरिमा में रहकर हर कार्य को करते हैं तो हर तरफ आपकी प्रशंसा हीं होती है। जिस तरह भगवान श्री राम अयोध्या के राजा थे और उन्होंने अयोध्या वासियों के द्वारा सीता जी के चरित्र पर आक्षेप लगाने पर, राज्य की जनता के कहने पर अपनी धर्म पत्नी का त्याग किया। इस पूरी घटना से आशय ये है कि अगर आप किसी सर्वोच्च पद पर होते हैं तो वहां आपको अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना होता है। उस जगह पर आपका परिवार भी कमतर हो जाता है। वहां सिर्फ आपको ये देखना होता है कि सच्चाई किसके हक में है।

* एक पत्नी व्रत का पालन : माता सीता के साथ भगवान श्रीराम का विवाह हुआ। और भगवान राम ने हमेशा सीता जी को हीं अपनी अर्धांगिनी बना कर रखा। भगवान राम की तरह हीं अगर हर इंसान एक पत्नी व्रत का पालन करे तो उसकी जिंदगी काफी अच्छी गुजरेगी।

* परिजन की आज्ञा का पालन करना
: भगवान श्री राम ने आजीवन अपने परिजनों और वरिष्ठ लोगों की आज्ञा का मान रख्खा। उसी तरह अगर हर मनुश्य अपने वरिष्ठ परिजनों और माता-पिता की आज्ञां और इच्छाओं का मान रखते हुए हर कार्य को करे, तो उसे सफलता निश्चित रूप से मिल जाती है।