हनुमान जयंती : हनुमान जी की पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां

चैत्र शुक्ल पूर्णिमा अर्थात हनुमान जयंती का पर्व जो कि आज पूरे देश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा हैं। आज पूरे दिन हनुमान जी के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ रहेगा। इस दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाया जाता हैं और उनकी पूजा की जाती हैं। जिससे हुनमान जी प्रसन्न हो और सभी दुखों को हरे। लेकिन हनुमान जी की पूजा करते समय ध्यान रखने की आवश्यकता होती है कि कुछ गलतियां है जो ना हो। नहीं तो इन गलतियों का बुरा असर पड़ता हैं। तो आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में जो हनुमान जी की पूजा के समय नहीं करनी चाहिए।

* हनुमान जयंती के दिन अगर व्रत रखते हैं तो इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। जो भी वस्तु दान दें विशेष रूप से मिठाई तो उस दिन स्वयं मीठे का सेवन ना करें।

* राम भक्त हनुमान सीता जी में माता का दर्शन करते थे और बाल ब्रह्मचारी के रूप में स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते हैं। इसलिए माता स्वरूप स्त्री से पूजन करवाना और उनका स्पर्श करना वे पसंद नहीं करते। फिर भी यदि महिलाएं चाहे तो हनुमान जी के चरणों में दीप प्रज्जवलित कर सकती हैं। लेकिन उन्हें ना तो छुएं और ना ही उन्हें तिलक करें। महिलाओं का हनुमान जी को वस्त्र अर्पित करना भी वर्जित है।

* हनुमान जी की पूजा में शुद्धता का बड़ा महत्व है। इसलिए हनुमान जयंती पर उनकी पूजा करते समय अपना तन मन पूरी तरह स्वच्छ कर लें। इसका मतलब है कि मांस या मदिरा इत्यादि का सेवन करके भूल से भी ना तो हनुमान जी के मंदिर ना जाये और ना घर पर उनकी पूजा न करें। पूजन के दौरान गलत विचारों की ओर भी मन को भटकने न दें।

* यदि आप का मन अशांत है और आप क्रोध में है तब भी हनुमान जी की पूजा न करें। शांतिप्रिय हनुमान को ऐसी पूजा से प्रसन्नता नहीं होती और उसका फल नहीं मिलता।

* हनुमान जी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग नहीं होता है। साथ खंडित अथवा टूटी मूर्ति की पूजा करना भी वर्जित है।

* काले या सफ़ेद वस्त्र धारण करके हनुमान जी की पूजा न करें। ऐसा करने पर पूजा का नकरात्मक प्रभाव पड़ता है। हनुमान जी की पूजा लाल और यदि लाल ना हो तो पीले वस्त्र में ही करें।