Holi 2022 : होली के दिन ज्यादा किए जाते हैं तांत्रिक टोने-टोटके, बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान

आज 17 मार्च, गुरुवार को देशभर में होलिका दहन के साथ होली का त्यौहार मनाया जाना हैं जिसके अगले दिन धुलंडी पर रंगों से होली खेली जानी हैं। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यूं तो होली सबसे बड़े त्योहारों में से एक हैं लेकिन यह दिन तांत्रिक क्रियाओं के लिए भी जाना जाता हैं जहां इस रात टोने-टोटके किए जाते हैं। आप इन टोने-टोटके और बुरी नजर के बुरे प्रभावों की चपेट में ना आ जाए, इसके लिए आपको कुछ बातों क ध्यान रखने की जरूरत हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

- होली की भस्म का टीका लगाने से नजर दोष तथा प्रेतबाधा से मुक्ति मिलती है। घर में होली की भस्म चांदी की डिब्बी में रखने से कई बाधाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं।

- मान्यता है कि टोने-टोटके के लिए सफेद खाद्य पदार्थों का उपयोग किया जाता है। इसलिए होलिका दहन वाले दिन सफेद खाद्य पदार्थों का सेवन करते वक्त सावधानी बरतें।

- प्रात:काल उठते ही किसी अन्य व्यक्ति द्वारा दी गई कोई वस्तु नहीं खानी चाहिए। जो व्यक्ति आपसे मन ही मन विद्वेष भाव रखता हो, उसके द्वारा दी गई वस्तु को नहीं रखना चाहिए और उसके द्वारा दी गई किसी वस्तु का सेवन करने से भी बचना चाहिए।

- कहा जाता है की टोटके और उतार का प्रयोग सिर पर जल्दी होता है, इसलिए सिर को टोपी या फिर किसी कपड़े से अच्छी तरह से ढककर रखें। ऐसा करने से सिर पर चावल आदि तांत्रिक वस्तुएं फेंकने के प्रयोगों से रक्षा होती है।

- यदि व्यक्ति आपका पहना हुआ वस्त्र, रूमाल आदि मांगे अथवा अन्य किसी युक्ति से ले जाना चाहे, तो उसे ऐसा करने से रोकना चाहिए। दरअसल, अनेक तांत्रिक प्रयोगों में पहने हुए वस्त्र, रुमाल आदि की आवश्यकता होती है तथा उनका प्रयोग होने पर संबंधित व्यक्ति प्रभावित हो जाता है।

- होली वाले दिन काले कपड़े में काले तिल बांधकर अपनी जेब में रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि कोई टोटका पहले से ही होगा तो वह खत्म हो जाएगा और वह आपको किसी तरह से प्रभावित नहीं कर पाएगा।

- होली पर किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन न करें क्योंकि तंत्र मंत्र सबसे अधिक शराब या फिर किसी नशीले पदार्थ पर ही किया जाता है। ऐसे में आप नशीले पदार्थ का सेवन करने से टोटके का शिकार हो सकते हैं।

- इसके अलावा आप होली के दिन बालाजी और काल भैरव की आराधना कर सकते हैं। बालाजी और कालभैरव को तंत्र का देवता कहा जाता है इन देवताओं की आराधना करना अच्छा रहेगा।

- कार्य में बाधाएं आने पर आटे का चौमुखा दीपक को सरसों के तेल से भरकर, उसमें काले तिल के कुछ दाने डालकर, एक बताशा, सिन्दूर और एक तांबे का सिक्का डालें। होली की अग्नि से जलाकर घर लाकर पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से उतारकर किसी सुनसान चौराहे पर रखकर बगैर पीछे मुड़ें वापस आ जाएं तथा हाथ-पैर धोकर घर में प्रवेश करें।