किन्नरों को आज भी हमारे समाज में वह स्थान नहीं मिल पाया है जिसके वे हकदार हैं। हांलाकि शास्त्रों में किन्नरों को अहम स्थान दिया गया हैं। शास्त्रों में ऐसा वर्णित है कि किन्नरों को दान देने से ग्रहों की शांति तो होती ही हैं इसी के साथ भगवान विष्णु की कृपा भी बनी रहती हैं। यही कारण है कि किन्नरों को दान कर उनका आशीर्वाद लिया जाता हैं। लेकिन दान देते समय ध्यान रखने की जरूरत होती है कि आप क्या चीज दान कर रहे हैं। क्योंकि कुछ चीजें ऐसी हैं जिनको किन्नरों को दान करने से दुर्भाग्य आपका दामन थाम लेता हैं। तो आइये जानते हैं उन चीजों के बारे में जो किन्नरों को दान में नहीं देनी चाहिए।
* झाड़ू : झाड़ू को लक्ष्मी का स्वरुप माना गया है, इसलिए घर पर आए किन्नरों को झाड़ू खरीदकर नहीं देना चाहिए। ऐसा करने पर आप अपने घर से हमेशा के लिए लक्ष्मी का वास खो देते हैं। साथ ही घर में बरकत नहीं आती है और तंगहाली का जीवन जीना पड़ता है।
* पुराने कपड़े : अक्सर आप घर में पड़े पुराने कपड़े किन्नरों को दान कर देते है लेकिन इससे आपके घर की शातिं भंग हो सकती है। इसलिए कभी भी किसी किन्नर को कपड़े का दान नहीं करना चाहिए।
* तेल : आप सब जानते हैं कि शनिवार के दिन सरसों का तेल दान में दिया जाता है। इस से घर की दरिद्रता और दुर्भाग्य दूर हो जाती है। परंतु आप सभी यह बात नहीं जानते होंगे, कि किन्नरों को कभी भी तेल दान में नहीं देना चाहिए। वरना दुख और दरिद्रता आपके घर में वास करने लगेगी।
* स्टील के बर्तन : कई लोग दिवाली जैसे पर्व या मांगलिक अवसरों पर बर्तन-कपड़े आदि दान करते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि किन्नरों को कभी भी स्टील के बर्तन दान ना दें। यह आपके परिवार की सुख-शांति को पूरी तरह नष्ट कर देगा, घर में झगड़े-कलह बढ़ेंगे और परिवार के सदस्य अवसादग्रस्त हो सकते हैं। इससे आपका चहुमंखी विकास बाधित होगा।
* प्लास्टिक की बोतलें : किन्नरों को प्लास्टिक की बोतलें देना बहुत बुरा माना गया है। ऐसा करने से परिवार में बीमारियों का घर हो जाता है। परिवार के किसी ना किसी सदस्य का स्वास्थ्य लगातार खराब होता रहता है। इसके अलावे परिवार की तरक्की बाधित हो जाती है।