सदियों से चली आ रही है ये अजीबोगरीब परंपराएं जिनपर यकीन करना होगा मुश्किल
By: Ankur Sat, 01 Sept 2018 4:14:33
आज हम हमारे चारों तरफ देखते हैं तो हमें ऐसी कई परंपराएं और रीती-रिवाज नजर आते हैं जो कि बहुत अजीब होते हैं। देश-दुनिया में कई अजीबोगरीब परंपराएं ना जाने कितने समय से चली आ रही हैं। इन परंपराओं को मानने वाले आज भी इन्हें पूरी श्रद्धा से मानते हैं। लेकिन ये परम्पराएं वाकई में काफी अजीब हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी ही अजीबोगरीब परंपराओं के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
* बच्चों को फेंकते हैं 50 फीट की ऊंचाई से
500 साल पुरानी परंपरा के नाम पर महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित कुछ अन्य इलाकों में 50 फीट की ऊंचाई से बच्चों को नीचे कपड़े में फेंका जाता है। हालांकि, इसमें खतरा भी है, बावजूद लोग ऐसा करते हैं। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से बच्चों का भाग्य अच्छा होता है। इस परंपरा को हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों के लोग निभाते हैं।
* शव को काटकर गिद्धों को खिलाने की परंपरा
तिब्बत, किंगघई और मंगोलिया में अंतिम संस्कार के लिए शव को काटकर खुले आसमान के नीचे गिद्धों के लिए छोड़ दिया जाता है। ये परंपरा बहुत आम है। इस दौरान मृतक के रिश्तेदार भी वहां मौजूद होते हैं। उनका मानना है कि इस तरह उन्हें जन्नत नसीब होती है। बता दें कि तिब्बती और मंगोलिया के ज्यादातर लोग वज्रायन बौद्ध धर्म को मानते हैं, जिसमें आत्मा के शरीर बदलने (ट्रांसमाइग्रेशन) की बात कही गई है।
* इगल हैंगिंग परंपरा
केरल में गरुणम थूक्कम (इगल हैंगिंग) नाम की परंपरा निभाई जाती है। इसके तहत लोग काली मंदिर में गरुण के ड्रेस में आकर खुद को हुक से टांग देते हैं। इसके पहले ये लोग खूब डांस करते हैं। मर्द जहां रस्सियों और हुक के सहारे हवा में लटके होते हैं, वहीं बच्चों को हाथ में लटकाकर रखा जाता है।
* यहां करते हैं कंकालों की पूजा
उत्तर अमेरिकी देश हैती में रहने वाली वूडू ट्राइब्स के लोग भी कई अजीबोगरीब परंपराओं को मानते हैं। इसके तहत वे जानवरों की बलि देने के अलावा कंकालों से पूजा करते हैं। दरअसल, इनका मानना है कि ऐसा करने से वूडू देवी खुश हो जाएंगी और इनकी रक्षा करेंगी। इतना ही नहीं, ये कष्ट दूर करने के साथ-साथ बीमारियों को भी नजदीक नहीं आने देंगी।
यहां मरे हुए लोगों के साथ रहते हैं लोग इंडोनेशिया में एक संप्रदाय ऐसा ही है जो कि मृत्यु हो जाने के बाद भी उस इंसान को अपने साथ रखते हैं। इतना ही नहीं उसे जिंदा इंसानों की तरह खाना खिलाते हैं। दरअसल, इंडोनेशिया के टोराजा संप्रदाय के लोग मौत के बाद भी जिंदगी को मानते हैं। उनके लिए मरे हुए लोग भी जिंदा हैं। वे मरे हुए लोगों को कब्र से निकालकर उनको खाना खिलाते हैं और उनके साथ समय बिताते हैं। उनका मानना है कि मौत के बाद जिंदगी का अगला चरण शुरू होता है। इस परंपरा को इंडोनेशिया के लाखों लोग मानते हैं। इस संप्रदाय में मरे हुए लोगों की अंतिम क्रिया भी अलग तरह से की जाती है।