जयपुर : 3.80 लाख से ज्यादा सरकारी टीचर्स की हुई मौज, 25 से 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश

By: Ankur Mon, 21 Dec 2020 5:57:55

जयपुर : 3.80 लाख से ज्यादा सरकारी टीचर्स की हुई मौज, 25 से 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश

कोरोनाकाल जारी हैं और अभी प्रदेश में स्कूलों को नहीं खोला गया हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चे जरूर नहीं जा रहे हैं लेकिन शिक्षकों को तो जाना ही पड़ता हैं। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बने स्माइल प्रोजेक्ट के तहत टीचरों को बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल बुलाया जा रहा है। लेकिन अब सरकार ने आने वाले सात दिनों 25 से 31 दिसंबर को शीतकालीन अवकाश घोषित किया हैं जिसमें सरकारी टीचर्स को भी स्कूल नहीं जाना हैं। निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान ने स्कूलों के विंटर वैकेशन (शीतकालीन अवकाश) घोषित किए हैं। इस आदेश से पूरे प्रदेश में लगभग 3.80 लाख से ज्यादा टीचरों को राहत मिली हैं।

जब काम ही नहीं तो छुट्‌टी क्यों?

राज्य के तमाम सरकारी स्कूलों की बात करें तो यहां ऑनलाइन क्लास के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं हो रहा। टीचरों को एनसीआरटी से पहले ही तैयार की गई ऑनलाइन क्लास का लिंक मिलता है। जिसे टीचरों के मोबाइल पर वाट्सएप के जरिए भेजा जाता है।

टीचर इन वीडियो को स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स के मोबाइल ग्रुप पर भेजते हैं। ऐसे में टीचर स्वयं पढ़ाने के बजाए केवल मोबाइल पर आए लिंक को पैरेंट्स तक भेजने का काम करते हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब टीचरों के पास स्कूल में कोई काम ही नहीं है तो अवकाश क्यों?

ये भी पढ़े :

# वहशीपन : महिला को हवस का शिकार ना बना सका तो बच्ची से की दरिंदगी, उतारा मौत के घाट

# अमित शाह पर ममता का पलटवार, बोलीं - BJP 'धोखेबाज़' पार्टी, गलत तथ्य बोलकर बंगाल के लोगों का न करें अपमान

# लखनऊ : पुलिस ने किया होटल रुद्रा में चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा, मुक्त कराई गई युवतियां

# रुड़की : नकाबपोश बदमाश ने महिला अधिवक्ता को गोली मार किया घायल, पुलिस कर रही जांच

# उत्तरप्रदेश में लव जिहाद का मामला, पुलिस ने घोषित किया पांच आरोपियों पर 25 हजार का इनाम

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com