शुक्रवार रात बाराबंकी में मुठभेड़ के दौरान मोस्ट वांटेड बदमाश टिंकू कपाला मारा गया। टिंकू कपाला के नाम गुजरात और महाराष्ट्र में भी केस दर्ज थे। इसके सिर पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। टिंकू कपाला आतंक का पर्याय बन चुका था। साल 2019 में टिंकू ने कृष्णानगर स्थित आरके ज्वैलर्स में डकैती डालकर दो लोगों की हत्या की थी। यूपी पुलिस लंबे समय से कई मामले में इस मोस्ट वांटेड की तलाश कर रही थी। इस मामले में पुलिस ने उसके साथियों को पकड़ा था, लेकिन टिंकू पुलिस को चकमा दिए था। एसटीएफ को मौके से असलहा और कारतूस मिले। उसके साथी की तलाश की जा रही है।
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ। अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि एसटीएफ की टीम से सूचना मिली थी कि एक लाख इनामी बदमाश टिंकू कपाला सतरिख थाना इलाके में मुठभेड़ के दौरान घायल हो गया है। सूचना पर बाराबंकी पुलिस के साथ मैं भी पहुंचा और अपराधी को अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
चतुर्वेदी ने बताया कि इस अपराधी पर हत्या और लूट के 27 मुकदमे दर्ज थे और इसकी आपराधिक गतिविधियां कई राज्यों में थी। 2019 में लखनऊ के कृष्णा नगर में आरके ज्वैलर्स के यहां हुई बड़ी लूट और हत्या का मुख्य आरोपी था। यह मूलतः लखनऊ के चौक इलाके का रहने वाला है और यह एक बाइक से अपने एक साथी के साथ यहां आया था। मौके से इसका साथी फरार हो गया है और उसे पकड़ने के लिए जनपद के 5 थानों की पुलिस को एसटीएफ के साथ लगाया गया है। जल्द उसकी भी गिरफ्तारी हो जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक टिंकू कपाला उर्फ कमल किशोर उर्फ हेमंत कुमार उर्फ संजय उर्फ मामा बड़ी वारदात करके अंडरग्राउंड हो जाता था। उसने यूपी के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र में भी डकैती और लूट की बड़ी वारदातें की। उसके खिलाफ गुजरात के वड़ोदरा और महाराष्ट्र के पुणे में भी कई मामले दर्ज थे।