मुंबई / 26/11 का हमला झेल चुका है होटल ताज, दिलचस्प है इसके निर्माण की कहानी
By: Pinki Tue, 30 June 2020 10:19:07
पाकिस्तान से मुंबई के ताज होटल को बम से उड़ाने की धमकी भरा कॉल आया है। बताया जा रहा है कि ये कॉल बीती रात 12:30 बजे पाकिस्तान से किया गया है। मुंबई पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए होटल की सुरक्षा बढ़ाई है। फोन करने वाले शख्स ने कहा है कि कराची स्टॉक एक्सचेंज में हुआ आतंकी हमला पूरी दुनिया ने देखा है अब भारत के ताज होटल में 26/11 जैसा हमला एक बार फिर होगा। जानकारी मिलते ही मुंबई पुलिस और बम स्क्वाड की टीम ने पूरे होटल की जांच की है। यहां पर आने वाले हर एक गेस्ट की एक बार फिर जानकारी इकट्ठा की जा रही है। होटल स्टाफ से गेस्ट की हर गतिविधि पर नजर रखने को कहा गया है। इसके साथ ही दक्षिण मुंबई में नाकाबंदी कर वाहनों की तलाशी बढ़ा दी गई है।
बड़ी रोचक है होटल ताज के निर्माण की कहानी
टाटा ग्रुप के कई होटल देश के अलग-अलग शहरो में हैं। इनमें मुंबई स्थित होटल ताज के निर्माण की कहानी काफी रोचक है। कहा जाता है कि एक बार जब रतन टाटा के पिता जमशेद जी टाटा ब्रिटेन घूमने गए तो वहां मौजूद एक होटल में उन्हें भारतीय होने के कारण रुकने नहीं दिया गया। ऐसे में जमशेद जी टाटा ने ठाना कि वह ऐसे होटलों का निर्माण करेंगे, जिन्हें हिंदुस्तान ही नहीं, पूरी दुनिया के लोग हसरत से देखेंगे।
आपको बता दें कि, ताज महल पैलेस होटल को गेटवे ऑफ इंडिया से भी पहले सन 1903 में बनाया गया था। इसके निर्माण पर उस समय करीब 25 लाख रुपया लगा था। इसने इंडियन नेवी को रास्ता दिखाने के लिए एक ट्रायंगल पॉइंट का काम किया था। फर्स्ट वर्ल्ड वार के दौरान इसे हॉस्पिटल में चेंज कर दिया गया था। यह होटल 26/11 आतंकी हमला अपने ऊपर झेल चुका है।
बता दे, होटल ताज देश का पहला होटल था जिसे बार (हार्बर बार) और दिन भर चलने वाले रेस्त्रां का लाइसेंस मिला था। 1972 में देश की पहली 24 घंटे खुली रहने वाली कॉफी शॉप यहीं थी। ताज देश का पहला होटल था, जिसमें इंटरनेशनल स्तर का डिस्कोथेक था। जर्मन एलीवेटर्स लगाए गए थे। तुर्किश बाथ टब और अमेरिकन कंपनी के पंखे लगाए गए थे। होटल की शुरुआत में सिंगल रूम का किराया 10 रुपए था। पंखे व अटैच्ड बाथरूम वाले कमरों का किराया 13 रुपए था।
ताज देश का पहला ऐसा होटल था, जिसमें अंग्रेज बटलर्स हायर किए गए थे। शुरुआती चार दशकों तक होटल का किचन फ्रेंच शेफ ही चलाते थे। आतंकी हमले के बाद बराक ओबामा इस होटल में रुकने वाले पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष थे।
26/11 का हमला झेल चुका है होटल ताज
बता दे, 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में आतंकी हमला किया गया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे जबकि 300 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। मरने वालों में 28 विदेशी नागरिक भी शामिल थे। ताज होटल के हेरीटेज विंग में आग लगा दी गई थी। 27 नवंबर की सुबह एनएसजी के कमांडो आतंकवादियों का सामना करने पहुंच चुके थे। होटल ताज के ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में 29 नवंबर की सुबह तक का वक्त लग गया था। 60 घंटे तक चले इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। बता दे, 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान के 10 आतंकी पाकिस्तान के कराची से समुद्र के रास्ते से होते हुए नाव से मुंबई पहुंचे थे। मुंबई पहुंचने के बाद इन आतंकियों ने छत्रपति शिवाजी रेलवे टर्मिनल, ताज होटल, ट्राइडेंट होटल और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था।