अब फास्टैग का बैलंस जानना हुआ आसान, एक मिस कॉल के जरिए मिल जाएगी जानकारी

By: Pinki Fri, 17 Jan 2020 12:48:36

अब फास्टैग का बैलंस जानना हुआ आसान, एक मिस कॉल के जरिए मिल जाएगी जानकारी

फास्टैग बैलेंस जाने के लिए एनएचएआई से संबंधित कंपनी आईएचएमसीएल ने मिस्ड कॉल अलर्ट की सुविधा शुरू की है। जिन फास्टैग उपभोक्ताओं ने अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करवाया हुआ है वे अपने मोबाइल नंबर से 91-8884333331 पर मिस्ड कॉल देकर अपने NHAI प्रीपेड वॉलिट का बैलेंस प्राप्त कर सकते हैं। यह नंबर चौबीस घंटे काम करेगा और ये सुविधा पूरी तरह से फ्री है। सभी मोबाइल ऑपरेटरों के लिए यह सुविधा है। अगर एनएचएआई प्रीपेड वॉलिट से एक से अधिक वाहन जुड़े हुए हैं, तो हर वाहन पर लगे सभी टैग्स का बैलंस आपको पता चल जाएगा। अगर किसी वाहन के फास्टैग में कम बैलंस है तो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक अलग एसएमएस भेजा जाएगा। सिर्फ एनएचएआई फास्टैग से जुड़े हुए उपभोक्ताओं के लिए ही यह सुविधा है।

NHAI प्रीपेड वॉलेट के लॉन्च के बाद लगभग 2.25 लाख से अधिक NHAI FASTag यूजर्स ने My FASTag ऐप का उपयोग करके अपने प्रीपेड वॉलेट का ऑप्शन चुना है। NHAI FASTag को My FASTag ऐप का उपयोग करके सेविंग एकाउंट या NHAI प्रीपेड वॉलेट से जोड़ा जा सकता है। अभी 13 बैंक हैं जिनके बैंक खाते को NHAI FASTag से जोड़ा जा सकता है। My FASTag ऐप Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

नैशनल हाइवे पर कैशलेन से 24 घंटे के भीतर आने-जाने पर टोल पर मिलने वाली करीब 25 फीसदी की छूट NHAI ने बंद कर दी है। इसके अलावा अप-डाउन ट्रैवल की एकसाथ पर्ची भी बंद हो गई है। टोल प्लाजा के 10 से 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों को भी छूट के लिए फास्टैग लगवाना होगा।

आपको बता दे, एनएचएआई के सभी टोल पर फास्टैग को अनिवार्य कर देने से देश को सालाना 12,000 करोड़ रुपए की बचत होगी। इसमें फ्यूल और मैन ऑवर्स को भी जोड़ा गया है। साथ ही किसी टोल प्लाजा पर अगर फास्टैग स्कैनर में कोई खराबी हो या फास्टैग स्केनर काम नहीं कर रहा हो तो ऐसी स्थिति में वाहन चालक जिम्मेदार नहीं होंगे और वाहन मालिक को कोई पैसा नहीं चुकाना होगा।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com