बेहद चर्चित लीग इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें संस्करण का आयोजन जल्द ही होने वाला हैं और सभी टीम प्रैक्टिस में जुट गई है। हांलाकि कोरोना संक्रमित हुए CSK के दोनों खिलाड़ी अभी एकांतवास में हैं और उनका खेल में वापस आना इतना आसान नहीं होगा। क्योंकि कोरोना को हराने के बाद खिलाडियों को दिल संबंधी कई टेस्ट से गुजरना पड़ेगा और उसमें पास होना पड़ेगा। क्रिकेटरों के लिए कोविड-19 में फंसने के बाद टूर्नामेंट में मैदान पर वापसी चुनौतीपूर्ण होगी।
टेस्ट में ईसीजी, ईकोकार्डियोग्राफी के अलावा कार्डिएक स्ट्रेस टेस्ट और कार्डियक एमआरआई शामिल हैं, इनके जरिए देखा जाएगा कि कोरोना ने कहीं क्रिकेटर के दिल को नुकसान तो नहीं पहुंचाया है। कोरोना के बाद क्रिकेटर मैदान पर गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण और रनिंग का भार उठाने में सक्षम है या नहीं। चेन्नई सुपरकिंग्स के मीडियम पेसर दीपक चाहर और ऋतुराज गायकवाड़ की इसी प्रक्रिया से गुजरने के बाद मैदान पर वापसी होगी।
दोनों क्रिकेटरों को एकांतवास में गए 11 दिन हो चुके हैं, इनके अलावा सीएसके के 11 अन्य सदस्य भी एकांतवास में हैं। इन सभी का एकांतवास के 10वें, 13वें और 14वें दिन कोविड टेस्ट होगा। सभी का एक टेस्ट हो चुका है। तीनों रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद इन्हें जैव सुरक्षा वातावरण (बायो बबल) में घुसने का मौका मिलेगा।
बीसीसीआई और एशियाई क्रिकेट काउंसिल से जुड़े रहे स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ का मानना है कि किसी भी खिलाड़ी या क्रिकेटर के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद पहले कुछ दिन उस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह देखना जरूरी है कि कोविड से उबरने वाला क्रिकेटर गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण का पूरा भार उठाने में सक्षम है या नहीं। उस परिस्थति में यह और भी महत्वपूर्ण है जब कोई खिलाड़ी या क्रिकेटर कोविड के नहीं दिखने वाले लक्षणों के लिए पॉजिटिव पाया जाता है। इसी को ध्यान में रख बोर्ड कई तरह के टेस्ट करा रही है।