आईपीएल का 13वां सीजन जारी हैं जिसमें शुरुआत से ही अंपायर के गलत निर्णय पर सवाल खड़े हुए हैं। पंजाब के खिलाफ अंपायर के शॉर्ट रन का विवाद सभी को पता हैं। बीते दिन CSK vs RR के मैच में भी एक फैसले पर धोनी ने अंपायर के निर्णय पर सवाल उठाए और इसको लेकर मैदान पर अंपायर से तीखी बहस भी हुई। इस मैच में टॉस जीतकर धोनी ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और बल्लेबाजी करते हुए रॉयल्स ने 216 रन बनाकर खुद को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया। सुपर किंग्स इस लक्ष्य को भेदने में नाकाम रही और 16 रन से हार का स्वाद चखना पड़ा।
दरअसल शारजाह में खेले गए लीग के चौथे मुकाबले की पहली पारी में दीपक चाहर की 18वें ओवर की पांचवीं गेंद पर अंपायर शम्सुद्दीन ने टॉम करन को विकेट के पीछे धोनी के हाथों कैच आउट दे दिया। इस फैसले के खिलाफ करन ने रिव्यू लेने का सोचा लेकिन राजस्थान के पास कोई रेफरल नहीं बचा था। टॉम पवेलियन लौटने लगे। इसके बाद दोनों अंपायरों ने आपस में विमर्श किया और तीसरे अंपायर की मदद मांगी।
— Dhoni Fan (@mscsk7) September 22, 2020
रिप्ले से दिखा कि गेंद धोनी के दस्तानों में जाने से पहले टप्पा खा चुकी थी। तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला बदल दिया। चेन्नई के कप्तान धोनी आउट दिए जाने के बाद रिव्यू लिए जाने से नाखुश थे। धोनी निराशा में अंपायर से बात करते देखे गए।
ज्ञात हो कि आईपीएल के पिछले सीजन में भी धोनी अंपायरों से बीच मैदान उलझ गए थे। तब जयपुर में राजस्थान के खिलाफ ही कमर से ऊपर फुल टॉस गेंद को नो बॉल नहीं दिए जाने के बाद धोनी पवेलियन से मैदान में घुस गए थे और अंपायरों से बहस की थी।