बीते दिन चेन्नई को दिल्ली से 44 रन की करारी हार का सामना करना पड़ा। यह चेन्नई की लगातार दूसरी हार हैं। इससे पहले राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को हराया था जिसकी बाद धोनी बेहद आहत हुए थे और उन्होनें स्पिनर्स को उस हार का जिम्मेदार बताया था। इस हार के बाद धोनी बेहद निराश दिखे और उन्होनें टीम में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। वे बल्लेबाजों के प्रदर्शन से भी निराश दिखे और कहा कि सात दिन के विश्राम से उन्हें कमियों का पता करने में मदद मिलेगी।
धोनी ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह हमारे लिए अच्छा मैच था। ओस नहीं थी लेकिन विकेट थोड़ा धीमा हो गया था। हमारे बल्लेबाजी विभाग में थोड़ी कमी लगी और यह आहत करने वाला है। धीमी शुरुआत के कारण रन रेट बढ़ने से दबाव बढ़ता है। हमें इसका हल निकालना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘हमें अगले सात दिन विश्राम का मौका मिलेगा और हमें स्पष्ट तस्वीर के साथ वापसी करनी होगी। (अंबाती) रायुडू के अगले मैच में वापसी से टीम संतुलन बेहतर होगा।’
धोनी अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से भी खुश नहीं दिखे। उन्होंने कहा, ‘अगर आप गेंदबाजी विभाग पर गौर करो तो उनमें निरंतरता का अभाव दिखा है। रायुडू को अगले मैच में खेलना चाहिए और तभी हम अतिरिक्त गेंदबाज के साथ उतरने के बारे में सोच सकते हैं।’
चेन्नई ने टॉस जीतते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। पृथ्वी शॉ (64) की शानदार अर्धशतकीय पारी के चलते दिल्ली ने 175 रन बनाए। दिल्ली के गेंदबाजों की सटीक गेंदबाजी के चलते चेन्नई के बल्लेबाज सात विकेट खोकर 131 रन ही बना सकें और उन्हें 44 रन की हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली की तरफ से कगिसो रबाडा ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए। इस जीत के चलते दिल्ली चार अंकों के साथ अंकतालिका में सबसे ऊपर हैं। इस सीजन में दिल्ली की यह लगातार दूसरी जीत है। वहीं, चेन्नई की यह लगातार दूसरी हार है।