लापरवाही : कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद परिजनों को दिए शव, पूरे विधि-विधान से हुआ अंतिम संस्कार
By: Pinki Wed, 15 Apr 2020 5:35:47
भोपाल की जनता को स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही का खामियाजा उठाना पड़ सकता है। दरअसल, भोपाल में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद अस्पताल ने शव को परिजनों के दे दिए जिसके बाद पूरी विधि पूर्वक उनका अंतिम संस्कार किया गया। अब इस लापरवाही के परिणाम क्या होंगे ये भी जल्द पता चल जाएगा।
राजधानी में 8 अप्रैल को कोरोना मरीज जगन्नाथ मैथिल की मौत हुई थी वहीं 11 अप्रैल को इमरान नाम के शख्स की मौत हुई थी। इन दोनों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मरने के दो दिन बाद आई। भोपाल के हमीदिया और एम्स अस्पताल में हुईं इन मौतों को डॉक्टरों ने सामान्य मौत मानकर शव परिजन को कपड़े में लपेट के सौंप दिए। मौत के दो दिन बाद आई रिपोर्ट में दोनों के कोरोना वायरस के संक्रमित होने की जानकारी मिली।
जानकारी के अभाव में परिजन एम्बुलेंस से ऐसे ही शव को लेकर घर चले गए। जगन्नाथ मैथिल के शव से उनके कई परिजन लिपटकर रोए। इसमें बच्चे और बड़े भी शामिल थे। इसके बाद शव को घर के पुरुष सदस्यों और पड़ोसियों ने मिलकर स्नान कराया। शवयात्रा में भी करीब 30 लोग शामिल हुए।
वहीं, इमरान के शव को भी मुस्लिम धर्म के अनुसार पहले नहलाया (गुसल) गया। और परिजन ने नए कपड़े पहनाकर इत्र लगाया। इमरान की शवयात्रा में भी करीब तीस लोगों के शामिल होने की जानकारी मिल रही है।
परिजन का आरोप है कि हमें दोहरा दुख है एक तो हमारे प्रियजन हमसे हमेशा के लिए विदा हो गए। दूसरी बात ये कि उनकी जांच रिपोर्ट इतनी देर से आई कि हमको उनके संक्रमित होने का पता ही नहीं चला। स्वास्थ्य विभाग ने हमारे नाते-रिश्तेदारों समेत पड़ोसियों की जान से खिलवाड़ किया है।
इमरान के भाई राशिद का कहना है कि भाई का शव जब एम्स प्रबंधन ने सौंपा तब कोई एहितयात बरतने की सलाह नहीं दी। हम देख सुन रहे हैं कि कोरोना संक्रमित की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शव परिजनों को नहीं दे रही है। ये लोग खुद संक्रमित लोगों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। लेकिन भाई के शव को ऐसे ही घर की ही चादर में लपेट कर दे दिया गया। घर पर हमने अंतिम संस्कार करने से पहले की जाने वाली सभी रस्में अदा की। इसमें हमारे रिश्तेदार और पड़ोसी शामिल हुए।
इस घटना के बाद बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन का अमला सक्रिय हुआ। इसके बाद अलग-अलग तारीखों में दोनों लोगों के आसपास के तीन किलोमीटर के क्षेत्र निषेध क्षेक्ष घोषित कर दिया गया है। परिवार सहित पड़ोसिंयों और शवयात्रा में शामिल हुए लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। करीब 40 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार किया गया है।