कोरोना से जंग के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने WHO को बताया चीन का हिमायती, कहा - रोकेंगे फंडिंग
By: Pinki Wed, 08 Apr 2020 10:00:03
कोरोना वायरस का खतरा दुनियाभर के देशों में बढ़ता जा रहा है। अमेरिका में कोरोना वायरस (Coronavirus) से हर दिन मौत के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। यहां इस वायरस की वजह से 12,878 लोगों की जान जा चुकी है वहीं संक्रमित लोगों की बात करे तो ये आंकड़ा बढ़कर 4 लाख के करीब पहुंच गया है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कोविड-19 महामारी से निपटने के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को आड़े हाथों लिया है। ट्रंप ने WHO को चीन का बड़ा हिमायती बताते हुए उसकी फंडिंग रोकने की धमकी दी है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है, 'विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिका से बड़े पैमाने पर धन मिलता है। मैंने चीन के लिए यात्रा पर बैन लगाया तो वो मुझसे असहमत थे और उन्होंने (डब्ल्यूएचओ) ने मेरी आलोचना की। वे बहुत सारी चीजों के बारे में गलत थे। ऐसा लग रहा है कि उनका चीन पर ज्यादा ध्यान है। हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च की जाने वाली धनराशि पर रोक लगाने जा रहे हैं।'
The W.H.O. really blew it. For some reason, funded largely by the United States, yet very China centric. We will be giving that a good look. Fortunately I rejected their advice on keeping our borders open to China early on. Why did they give us such a faulty recommendation?
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 7, 2020
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन पर बड़ी रोक लगाने जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के इस निकाय के फंडिग का बड़ा स्रोत अमेरिका है। 'अमेरिका पहले' का नारा देने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च किए जाने वाले धन पर रोक लगाने जा रहे हैं।' ट्रंप पहले भी संयुक्त राष्ट्र के तहत काम करने वाली एजेंसियों को निशाने पर ले चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा: 'मैं यह नहीं कह रहा कि मैं यह करने जा रहा हूं।' उन्होंने कहा, 'हम फंडिंग खत्म करने पर विचार करेंगे।' डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक डब्ल्यूएचओ 'चीन की ओर बहुत पक्षपाती प्रतीत होता है। यह सही नहीं है।'
हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि डब्ल्यूएचओ के लिए खर्च किए जाने वाले कितने पैसे पर रोक लगाएंगे।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन से आने वाले विमानों पर रोक लगाने का जिक्र करते हुए ट्रंप ने पूछा कि डब्ल्यूएचओ ने 'इस तरह की दोषपूर्ण सिफारिश क्यों की है।'
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रैवल बैन लगाने के अपने फैसले का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, 'सौभाग्य से मैंने चीन से अपनी सीमाएं जल्द खोलने की उनकी सलाह को खारिज कर दिया।'
बहरहाल, डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है, जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है। अमेरिका में कोरोना वायरस से निपटने को लेकर अपने रवैये पर ट्रंप खुद भी आलोचना के घेरे में हैं।