खौफ में था आतंकी अबु बकर अल बगदादी, अमेरिकी सेना ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा
By: Pinki Mon, 28 Oct 2019 11:14:58
दुनिया का खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) का सरगना अबू बकर अल-बगदादी (Abu Bakr Baghdadi) अमेरिकी सेनाओं के ऑपरेशन में मारा जा चुका है।पूरी तरह से अपनी ही घुफा में घिरे खूंखार आतंकी बगदादी ने कमर में बंधी विस्फोटक बेल्ट के जरिए खुद को उड़ा लिया। यही नहीं उसके साथ तीन मासूम बच्चे भी मारे गए। बगदादी को दौड़ा-दौड़ा कर अमेरिकी सेना ने मारा। शायद यही वजह है कि बगदादी के मारे जाने का ऐलान करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि वह कुत्ते की मौत मारा गया। अमेरिकी सैनिकों ने वाइट हाउस को खबर दी, '100 पर्सेंट कॉन्फिडेंस जैकपॉट। ओवर।' जैकपॉट अमेरिकी सेना की ओर से बगदादी को कोडनेम दिया गया था। बता दें कि 2011 में लादेन के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान उसे भी जैकपॉट कोडनेम ही दिया गया था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ये ऑपरेशन करीब 2 घंटे तक चला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन से पहले 11 बच्चों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक सुरंग में धमाके के बाद अमेरिकी सेना ने पहले बगदादी की बॉडी हासिल की और ऑन स्पॉट DNA टेस्ट किए, तब पता चला कि जिस शख्स ने खुद को उड़ाया है वो बगदादी ही है।
इस ऑपरेशन को अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज ने अंजाम दिया। ये ऑपरेशन उत्तर पश्चिमी सीरिया में दिया गया। इस ऑपरेशन के बाद देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अपने कत्ले आम के लिए दुनिया भर में खौफ पैदा करने वाला बगदादी आखिरी पलों रो रहा था, गिड़गिड़ा रहा था। वो बेहद खौफ में था, उसे अपनी मौत साफ नजर आ रही थी।
फिल्मी अंदाज में की गई कार्रवाई
दुनिया के सबसे खूंखार आदमी को मारे जाने की यह कार्रवाई पूरी तरह से फिल्मी अंदाज में की गई। यही नहीं इस पूरी फिल्मी कार्रवाई को डॉनल्ड ट्रंप वाइट हाउस में बैठकर देख रहे थे। ट्रंप ने बताया कि बगदादी के ठिकाने को हेलिकॉप्टरों से घेर लिया गया था। अमेरिकी सेना के 70 कुशल डेल्टा कमांडोज को जमीन पर उतारा गया और फिर उन्होंने बगदादी की उस गुफानुमे बंकर को घेर लिया, जिसमें छिपकर वह दुनिया में दहशत फैलाने की योजनाएं बनाता था। अमेरिकी कमांडोज के पास हथियारों के अलावा उच्च-प्रशिक्षित कुत्ते और एक रोबॉट भी था, जो किसी भी तरह के आत्मघाती हमले का सामना कर सके। अमेरिकी कमांडोज के दो ही मकसद थे, बगदादी को पकड़ना या ढेर करना। एक तरफ सीरिया में कमांडोज इस ऐक्शन में थे तो शाम को गोल्फ खेलकर लौटे डॉनल्ड ट्रंप वाइट हाउस में बैठे लाइव स्ट्रीमिंग देख रहे थे।
गुफा में बगदादी की दो पत्नियां भी थीं साथ
बगदादी की गुफा को घेरने के बाद पूरी सावधानी से डेल्टा कमांडो आगे बढ़ रहे थे। गुफा के दरवाजे को खोलने में रिस्क था। आशंका थी कि उसकी आड़ में कही भारी विस्फोटक लेकर आतंकी न बैठे हों। ऐसे में कमांडोज ने गुफा की एक दीवार को ही उड़ा दिया। अंदर बगदादी की दो पत्नियां भी थीं, जिन्होंने कमर में विस्फोटक बेल्ट भी बांध रखी थी, लेकिन खुद को उड़ाया नहीं। दोनों ही अमेरिकी कमांडोज और आतंकियों के बीच हुई फायरिंग में मारी गईं। अमेरिकी सेना ने बड़ी संख्या में बगदादी के लड़ाकों को निपटा दिया था।
बगदादी ने सरेंडर की बजाय भागने का फैसला लिया
इसके बाद गुफा में अंधेरे में ही अमेरिकी सेना हर कमरे की तलाशी लेने में जुटी थी। इस बीच एक अरबी बोलने वाले शख्स ने बगदादी से सरेंडर करने को कहा। लेकिन बगदादी ने सरेंडर की बजाय भागने का फैसला लिया। डेल्टा फोर्स ने गुफा के हर कोने और भाग सकने के हर रास्ते की तलाश शुरू कर दी। इस बीच अमेरिकी सैनिकों ने 11 मासूम बच्चों को भी जिंदा बचाया। गुफा में जिंदा बचे इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को पता था कि अब उनका वक्त आ गया है और उन्होंने सरेंडर कर दिया। एक बार जब पूरी गुफा खाली हो गई तो फिर कमांडोज और उनके साथ मौजूद कुत्तों ने बगदादी का पीछा करना शुरू किया। बगदादी के साथ तीन बच्चे भी थे। सैनिकों को पता था कि यह कठिन टारगेट है, इसलिए धीरे-धीरे आगे बढ़े और ट्रेन्ड कुत्तों को भेजा। बगदादी अपने आत्मघाती जैकेट से धमाका कर देता है। वह और उसके तीन बच्चे भी मारे जाते हैं। डॉग भी घायल हो जाता है। कुछ ही मिनट में लैब टेक्निशन DNA टेस्ट कर बगदादी के मारे जाने की पुष्टि कर देते हैं।