लेना चाहते हैं कम बजट में घूमने का मज़ा,लेह-लद्दाख रहेगा बेस्ट आप्शन
By: Megha Fri, 05 Oct 2018 6:46:09
कम बजट में घूमने का मज़ा ही अलग होता है। ऐसे में क्या आप भी ऐसी ही जगह की तलाश कर रहे है, जिसमे आप कम बजट के साथ साथ खूब मस्ती और मज़ा कर सके। तो आज हम आपको बताने जा रहे है भारत की ऐसी जगह जिसमे आप कम बजट में आराम से घूम भी सकेंगे और मौज मस्ती भी कर पाएँगे। इस जगह का नाम है लेह-लद्दाख जो की भारत का सबसे ठंडा और खूबसूरत शहर है। लद्दाख का शांत वातावरण किसी जन्नत से कम नही है। तो आइये जानते है लद्दाख घूमने के लिए क्यों जाया जा सकता है...
* लेह लद्दाख ही क्यों जाये
बर्फीली घाटियों से ढंके पहाड़ और कल-कल बहते ठंडे पहाड़ी झरने वाला लेह लद्दाख किसी स्वर्ग से कम नहीं है। हरियाली चुनर, भूरे-बंजर पत्थरों से पटी विशाल पर्वत श्रृंखलाएं, हजारों फीट की ऊंचाई वाले पर्वतों के बीच बेहद खूबसूरत घाटियां, दोनों तरह की नदियां, किसी रेगिस्तान की तरह बिछी रेत, खूबसूरत झील, ये सब नज़ारे आपको लद्दाख में आसानी से देखने को मिल जाएंगे। इन सबके अलावा यहां पर बने हुए पांगोंग लेक, शांति स्तूप, लेह प्लेस, नुब्रा वैली, मैग्नेटिक हिल भी बेहद खुबसूरत है।
* भीड़ का कम होना
सितंबर के महीने से ही लद्दाख में ठंड शुरू हो जाती है, जिसके कारण यहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। इस महीने में आपको यहां रिजार्ट से लेकर गाड़ियों तक सुविधा आराम से मिल जाएगी। इसके अलावा इस मौसम में यहां पेन्गॉन्ग झील के पास शांति से बैठने सबसे ज्यादा मजा आता है।
* होटलों का सस्ते में मिलना
सितंबर से नवंबर के महीने में यहां पर्यटकों की भीड़ लगी है, जिसके कारण होटलों के किराए सस्ते कर दिए जाते हैं। इतना ही नहीं, यहां कुछ ऐसे खास होटल्स भी हैं जो ऑफ सीजन से लेकर ऑन सीजन में खुले रहते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि सितंबर महीने में कुछ होटल्स 50 फीसदी तक डिस्काउंट देते हैं।
* लद्दाख फेस्टिवल
सितंबर महीने में आप यहां लद्दाख का खास फेस्टिवल सेलिब्रेशन भी देख सकते हैं। सितंबर के महीने में नरोपा त्योहार मनाया जाता है, जिसे लद्दाख का कुंभ भी कहा जा सकता है। इसके अलावा भी सितंबर में यहां बहुत से त्यौहार सेलिब्रेट किए जाते हैं।
* तुर्तुक घाटी
लेह लद्दाख से लगभग 211 कि। मी की दूरी पर बसा तुर्तुक बेहद खूबसूरत गांव है। इस गांव के लोग लद्दाखी, बालती, और उर्दू बोलते हैं। इसे भारत की आखिरी चौंकी और सियाचिन ग्लेशियर का गेटवे भी कहा जाता है।
* पनामिक कुंड
फूलों की घाटी के साथ-साथ इस जगहें को गर्म पानी के कुंड से भी जाना जाता है। इस कुंड़ के पानी में बुलबुले निकलते हुए देख सकते है।