रावण के दहन के स्थान पर यहाँ होती हैं पूजा

By: Kratika Wed, 27 Sept 2017 4:36:43

रावण के दहन के स्थान पर यहाँ होती हैं पूजा

विजयादशमी यानी दशहरा के दिन वैसे तो पूरे देश में रावण का दहन किया है लेकिन देश के ही कुछ हिस्सों में इस दिन रावण की पूजा करने का विधान हैं। ऐसा होने के पीछे कई मान्यताएं और तथ्य प्रचलित हैं। इनमें से कुछ जगहें तो ऐसी हैं जहां के निवासी रावण को अपना रिश्तेदार भी मानते हैं और इसलिए वे रावण का दहन नहीं बल्कि पूजा करते हैं। कुछ जगहों पर रावण के पांडित्य के कारण भी उसे पूजा जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में जहां रावण की पूजा होती है तथा जानते है रावण का रिश्ता वहां से जुड़े होने की किवदंतियां।

# मंदसौर, मध्यप्रदेश
: कहा जाता है कि मंदसौर का असली नाम दशपुर था और यह रावण की धर्मपत्नी मंदोदरी का मायका था। मंदसौर रावण का ससुराल था इसलिए यहां दामाद के सम्मान की परंपरा के कारण रावण के पुतले का दहन करने की बजाय उसे पूजा जाता है।

places where raavan is worship,raavan,raavan worshiping,raavan dahan,dussehra 2017

# गौतमबुद्ध, उत्तरप्रदेश : उत्तरप्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर निर्माणाधीन है। मान्यता है कि गाजियाबाद शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर गांव बिसरख रावण का ननिहाल था। नोएडा के शासकीय गजट में रावण के पैतृक गांव बिसरख के साक्ष्य मौजूद नजर आते हैं। इस गांव का नाम पहले विश्वेशरा था, जो रावण के पिता विश्रवा के नाम पर पड़ा। कालांतर में इसे बिसरख कहा जाने लगा।

# उज्जैन, मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के चिखली गांव में भी रावण का दहन नहीं किया जाता। यहां के बारे में कहा जाता है, कि रावण की पूजा नहीं करने पर गांव जलकर राख हो जाएगा।

# बैद्नाथ, हिमाचल प्रदेश : कांगड़ा जिले के इस कस्बे में भी रावण की पूजा की जाती है। मान्यता है कि रावण ने यहां पर भगवान शिव की तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे मोक्ष का वरदान दिया था।

# महाराष्ट्र के अमरावती और गढ़चिरौली जिले में कोरकू और गोंड आदिवासी रावण और उसके पुत्र मेघनाद को अपना देवता मानते हैं। अपने एक खास पर्व फागुन के अवसर पर वे इसकी विशेष पूजा करते हैं। इसके अलावा, दक्षिण भारत के कई शहरों और गांवों में भी रावण की पूजा होती है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com