जन्माष्टमी पर करें श्रीकृष्ण की सबसे कीमती मूर्ति के दर्शन, 1280 किलो सोने की प्रतिमा

By: Pinki Wed, 12 Aug 2020 12:30:33

जन्माष्टमी पर करें श्रीकृष्ण की सबसे कीमती मूर्ति के दर्शन, 1280 किलो सोने की प्रतिमा

आज श्रीकृष्ण के गृहस्थ भक्त और वैष्णव संप्रदाय के लोग जन्माष्टमी मना रहे हैं। हर साल बृज में जन्माष्टमी के मौके पर काफी धूम रहती है, लेकिन इस बार लोगों ने कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। जिसकी वजह से देश ही नहीं दुनियाभर में फैलता कोरोना संक्रमण। हालाकि, इस बीच आज हम आपको झारखंड के पश्चिम में यूपी की सीमा के पास गढ़वा जिले के नगर ऊंटारी में बंशीधर मंदिर के बारे में बताने जा रहे है। इस मंदिर में विराजित भगवान कृष्ण की प्रतिमा दुनिया की सबसे कीमती कृष्ण प्रतिमा मानी जाती है। ये मूर्ति 1280 किलो सोने से बनी है। 1280 किलो सोने की कीमत आज के समय में 716 करोड़ से भी ज्यादा आंकी जाती है। हालांकि, इस प्रतिमा की एंटिक वैल्यू 2000 करोड़ से भी ज्यादा की है, जो 2014 में आंकी गई थी।

मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि अभी तक इस प्रतिमा को लेकर सही समय की गणना नहीं हो सकी है। इसकी कीमत को लेकर भी मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि भगवान की कीमत नहीं लगाई जा सकती। सन् 2018 में सरकार ने श्री बंशीधर जी की मंदिर की लोकप्रियता को देखते हुए शहर का नाम नगर ऊंटारी से बदलकर श्री बंशीधर नगर कर दिया है। 1280 किलो सोने की कृष्ण प्रतिमा के साथ राधा की भी एक प्रतिमा है। ये मूर्ति अष्ट धातु की है और इसका वजन करीब 120 किलो है। इस प्रतिमा की भी आज के दौर में एंटिक वैल्यू करोड़ों में आंकी जाती है।

janmashtami,janmashtami 2020,janmashtami celebration,banshidhar temple,travel

सामान्य तौर पर यह 4-5 फीट की प्रतिमा ही नजर आती है। लेकिन, इसका एक बड़ा भाग अभी भी धरती के अंदर ही है। प्रतिमा शेषनाग पर विराजित कृष्ण की है, शेषनाग वाला हिस्सा जमीन के अंदर है।

श्री बंशीधर मंदिर ट्रस्ट के सलाहकार धीरेंद्र कुमार चौबे के मुताबिक मुगल सम्राट औरंगजेब की बेटी जैबुन्निसा श्रीकृष्ण की भक्त थीं। उस समय मुगलों का खजाना कलकत्ता से दिल्ली ले जाया जाता था। नगर ऊंटारी क्षेत्र में शिवाजी के सरदार रुद्र शाह और बहियार शाह रहा करते थे। यहां से मुगलों का जो भी खजाना जाता था, उसे शिवाजी के सरदार लूट लिया करते थे। मुगलों ने बंशीधर भगवान की मूर्ति किसी मंदिर से लूटी थी। मान्यता है कि श्रीकृष्ण की जैबुन्निसा ने ये मूर्ति नगर ऊंटारी में रहने वाले शिवाजी के सरदारों तक पहुंचाई थी। शिवाजी के सरदारों मुगलों से बचाने के लिए मूर्ति नगर ऊंटारी से 22 किमी दूर पश्चिम में एक पहाड़ी में छिपा दी थी। ये मूर्ति हजारों साल पुरानी है, क्योंकि मूर्ति के शेषनाग पर कुछ लिखा हुआ है, जिसे अब तक कोई समझ नहीं सका है, ये क्या लिखा है और किस भाषा में लिखा है। मूर्ति दक्षिण स्थापत्य शैली की है।

यहां के राजघराने के युवराज और मंदिर समिति के प्रधान ट्रस्टी राजेश प्रताप देव के अनुसार राजा भवानी सिंह देव की मृत्यु के बाद उनकी रानी शिवमानी कुंवर राजकाज का संचालन कर रही थीं। उन्होंने 14 अगस्त 1827 की जन्माष्टमी पर व्रत किया था। उस समय राजमाता को सपने में भगवान श्रीकृष्ण का दर्शन हुआ।

janmashtami,janmashtami 2020,janmashtami celebration,banshidhar temple,travel

श्रीकृष्ण ने रानी से वर मांगने को कहा तो रानी ने भगवान से सदैव कृपा बनाए रखने का वर मांगा। तब भगवान ने रानी से कनहर नदी के किनारे यूपी के महुरिया के निकट शिव पहाड़ी पर अपनी प्रतिमा के गड़े होने की जानकारी दी। इसके बाद वहां खुदाई की तो यहां 10 फीट ऊंची सोने की श्रीकृष्ण की प्रतिमा प्राप्त हुई थी।

इसके बाद वाराणसी से राधा रानी की अष्टधातु की प्रतिमा मंगाकर श्रीकृष्ण के साथ 21 जनवरी 1828 को स्थापित की गई। खुदाई में मिली बंशी-वादन करती हुई प्रतिमा का वजन 32 मन यानी 1280 किलो है। इस प्रतिमा में श्रीकृष्ण शेषनाग के ऊपर कमल के फूल पर बंशी-वादन नृत्य करते हुए विराजित हैं। शेषनाग वाला हिस्सा जमीन में गढ़ा हुआ है। पूरा मंदिर करीब साढ़े तीन एकड़ में बना हुआ है। मंदिर की ऊंचाई करीब 50 फीट है।

भगवान श्रीकृष्ण की इस मूर्ति में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का स्वरूप है। श्री बंशीधरजी, शिवजी की तरह जटाधारी हैं, विष्णुजी की तरह शेषनाग की शैय्या पर कमल के पुष्प पर विराजित हैं। कमल के पुष्प पर ब्रह्माजी विराजते हैं। इस तरह इस मूर्ति में ब्रह्मा, विष्णु और महेश, तीनों के दर्शन किए जा सकते हैं।

ये भी पढ़े :

# ट्रिप को आसान बनाने के लिए जरूरी हैं सही ट्रेवल बैग का चुनाव

# सूतक के दौरान भी खुले रहते हैं ये मंदिर, की जाती हैं पूजा

# कला और संस्कृति का बेजोड़ नमूना है मैसूर पैलेस, जानें इससे जुड़ी रोचक जानकारी

# मिल्क कैपिटल के नाम से प्रसिद्द है गुजरात का आनंद, जानें इसके बारें में

# कई आकर्षक चीजों के लिए जाना जाता हैं पंजाब, स्माइलिंग सोल ऑफ़ इंडिया

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com