भारत में ट्रांसजेंडरो की जनसंख्यां पूरी जनसंख्यां का बहुत बड़ा हिस्सा है लेकिन इनकी सामाजिक स्तिथि के बारे में और रहन सहन के बारे में कम ही लोग जानते हैं। इसके इतर कुछ ट्रांसजेंडर्स ऐसे भी है जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। जानिए कौन हैं ये -
कल्कि ने दो मास्टर्स डिग्री हासिल की है। पत्रकार एवम सामाजिक कार्यकर्ता कल्कि ने ट्रांसजेंडर समाज के लिए सहाद्रि फाउंडेशन की भी स्थापना की है।
भारत की पहली ट्रांसजेंडर न्यूज़ रीडर होने का गौरव इनको प्राप्त है। पद्मिनी प्रशिक्षित गायिका एवम कत्थक नृत्यांगना भी है। साथ ही ये मिस ट्रांसजेडर भी रह चुकी हैं।
ये भाग्य का ही खेल है कि कभी घर से निकाले गए मधु आज रायगढ़ (छत्तीसग़ढ) के मेयर बन गए। इससे पहले वो गलियों मोहल्लों में नाच गाने करके अपना गुज़ारा चलाते थे।
भारती को अपना घर 7 साल पहले छोड़ना पड़ा। बाद में इन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया और पहली ट्रांसजेंडर पादरी बनी।
ये भारत की पहली ट्रांसजेंडर प्रिसिपल है जो कृष्णनगर विमेंस कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रही हैं। साथ ही इन्होंने बेस्टसेलर नावेल भी लिखा है।