कपूर के इन टोटकों की मदद से बनते है बिगड़े काम
By: Ankur Sat, 21 Apr 2018 12:37:15
कपूर को पूजा की धुप के रूप में काम में लेने से इंसान को तन-मन की शांति प्राप्त होती हैं। माना जाता है कि कपूर जलाने से उपस्थित नकारात्मकता को दूर किया जा सकता हैं। कपूर के जलने से वातावरण शुद्ध होता हैं और यह स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर डालता हैं। भारतीय पूजा-आरती में काम आने वाला कपूर टोटकों के रूप में भी काम में लिया जाता हैं। जी हाँ, कपूर के ऐसे कई टोटके हैं जिनकी वजह से कई काम बनते हैं। तो आइये जानते हैं कपूर के उन टोटकों के बारे में।
* पुण्य प्राप्ति हेतु : कपूर जलाने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है। शास्त्रों के अनुसार देवी-देवताओं के समक्ष कर्पूर जलाने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। अत: प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर (कपूर) जरूर जलाएं।
* धनवान बनने हेतु : यदि आपको आर्थिक संकट है तो आप रात्रि के समय एक चाँदी का कोई भी पात्र ले उसमे कपूर के साथ लौंग का जोड़ा जलाये। यह प्रयोग आप कुछ दिन करते है फिर आप देखेंगे की जल्दी ही धन से जुडी परेशानीयां कम होने लगेगी।
* सौभाग्य के लिये : 12 साबूदाने लेकर कपूर की मदद से जलाएं। यह उपाय किसी भी दिन किया जा सकता है, किंतु अगर बृहस्पतिवार को किया जाए तो अधिक शुभ माना जाता है।
* बुद्धि प्राप्ति के लिए : इसके लिए बुधवार के दिन सुबह नहाने के बाद हरे रंग के वस्त्र धारण करें। हरे रंग के वस्त्र या अन्य वस्तुओं का दान करें। इन वस्तुओं में घी, कांसा, कर्पूर व मिश्री का दान शामिल करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है।
* दुर्घटना से बचाव के लिए टोटका : दुर्घटना कभी भी हो सकती है। एैसे में बचाव बहुत ही जरूरी है। आप रात के समय में कपूर को जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस अचूक टोटके से इंसान किसी भी तरह की प्राकृतिक व अप्राकृतिक दुर्घटना से बचता रहता है।
* वास्तुदोष दूर करने का टोटका : वास्तुदोष को खत्म करने के लिए घर में कपूर की दो गोली रखें। और जब यह गल जाएं फिर दो गोलियां रख दें। एैसा आप समय समय पर करते रहें या बदलते रहें। इससे वास्तुदोष खत्म हो जाएगा।
* शनि कृपा के लिए : अगर आप शनि देव के अशुभ प्रभाव से परेशान हैं या जीवन में अधिक सुख प्राप्त करने के लिए उनकी कृपा पाना चाहते हैं, तो कपूर के उपयोग से होने वाला एक शास्त्रीय उपाय आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए शनि यंत्र धारण करें किंतु कोई साधारण शनि यंत्र नहीं, वरन् कर्पूर की कालिख से लिपित यंत्र धारण करें।