Chaitra Navratri Festival 2018 : नवरात्री के दिनों में भूलकर भी ना करें ये 6 काम वरना मिलेंगे अशुभ समाचार
By: Priyanka Maheshwari Sat, 17 Mar 2018 11:37:38
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नए साल का आगमन होता हैं और इसी दिन से राम नवमी तक ये नौ दिन नवरात्रा के रूप में मनाये जाते हैं। चैत्र माह की इस नवरात्रा को पूरे जोर-शोर के साथ मनाया जाता हैं। नवरात्रा के दिनों में सभी भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं। लेकिन कभी-कभी अनजाने में कुछ गलतियां कर बैठते हैं जो माता रानी को अप्रसन्न कर सकती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे काम बताए जा रहे हैं जो नवरात्रों के दिनों में नहीं करने चाहिए। तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में।
* मांस मदिरा से रखे परहेज : नौ दिन प्याज, लहसुन आदि का पूर्णतः त्याग करना चाहिए। तेज और तीखे मसाले, मांसाहार, मदिरा आदि तामसिक प्रकृति के पदार्थ माने जाते हैं। इनसे सदैव दूर रहना चाहिए।
* ब्रह्मचर्य का करें पालन : नवरात्रों में लोग अनेक नियमों का भी पालन करते हैं। ऐसा ही एक नियम है नवरात्रों के दौरान खुद को शारीरिक संबंध बनाने से दूर रखना है।
* तंबाकू का न करें प्रयोग : नवरात्र में व्रत के समय बार-बार पानी पीने, दिन में सोने, तम्बाकू चबाने और स्त्री के साथ संबंध बनाने से भी व्रत खंडित हो जाता है।
* न करें विवाह : नवरात्र के दिनों में विवाह का आयोजन भी नहीं होता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि विवाह का उद्देश्य वंश वृद्घि यानी संतान की उत्पत्ति है। जबकि नवरात्र के दिनों में काम और स्त्री प्रसंग से दूर रहने का नियम है। यह भक्ति और आस्था में डूबने का समय होता है।
* शुद्धता और पवित्रता जरुरी : नवरात्र शुद्धता से जुडा पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक पूर्ण पवित्रता और सात्विकता बनाए रखते हुए देवी के नौ स्वरूपों की आराधना करने का विधान है। इसलिए नवरात्रि में नौ दिन तक दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना शुभ होता है।
* उपवास के दौरान अपशब्दों का प्रयोग न करें : नवरात्र में किसी की निंदा, चुगली नहीं करनी चाहिए। किसी का दिल दुखाना सबसे बड़ी हिंसा मानी जाती है। इसलिए ऐसा करने से शरीर की सात्विक शक्ति का नाश होता है। खासतौर से जो व्यक्ति नवरात्र के उपवास कर रहा है या मां दुर्गा का पूजन करता है, उसे ऐसे कार्यों से दूर रहना चाहिए।
* खाने में रखें सात्विकता : संभव हो तो इस दौरान छौंक नहीं लगाना चाहिए। इस दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए और वह भी भूख से कम करें।