अतीक-अशरफ मर्डर: क़ानून के मुताबिक नहीं, बल्कि बंदूक के दम पर चल रही UP में सरकार, ओवैसी ने मांगा CM योगी का इस्तीफा
By: Priyanka Maheshwari Sun, 16 Apr 2023 09:03:19
प्रयागराज में तीन हमलावरों ने पुलिस की मौजूदगी में शनिवार रात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस माफिया अतीक अहमद और अशरफ की शनिवार रात दोनों को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी। इसी दौरान मीडिया कैमरों के सामने तीन हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गलियां बरसा दी। इस हमले में अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई है। दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है। इस हत्याकांड पर अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार क़ानून के मुताबिक नहीं, बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है। ओवैसी ने कहा कि इससे लोगों में संविधान में विश्वास कम होगा और इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं।
मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा, 'हमने पाकिस्तान से आए आतंकी को तक कोर्ट के माध्यम से सजा दिलाई है। कल का जो मर्डर हुआ है, उसे देखकर भारत को वो हर नगारिक जो संविधान पर यकीन करता है, वो आज अपने आप को कमजोर समझ रहा है। ये जो कल का वाकया हुआ वो हैरान करने वाला है। आप उनका वैपन चलाने का तरीका देखिए, कि कैसे वो पेशेवर अपराधी की तरह हथियार चला रहे हैं। मैंने भी सेल्फ डिफेंस के लिए हथियार चलाना सीखा है। गोली चलाते समय उनका हाथ तक हिल नहीं रहा है। ये लोग प्रोफेशनल है।'
ओवैसी ने अतीक और अशरफ की हत्या की सुप्रीम कोर्ट से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार का इसमें कितना रोल है, ये लोग कौन हैं जो पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में इस तरह का कोल्ड ब्लडेड मर्डर करते हैं। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट मॉनिटर जांच होनी चाहिए। मैं कोर्ट से जांच की दरख्वास्त करता हूं कि इस मामले को स्व मोटो ले। वह एक कमेटी बनाए। एक जांच टीम बनाए और टाइम बाउंड जांच हो, जिसमें यूपी का कोई अफसर ना हो। टाइम बाउंड मैनर में जांच मुकम्मल होनी चाहिए। कोई भी इस बात पर यकीन नहीं कर सकता है कि कैसे वो लोग वहां घुस गए और क्यों पुलिस ने उन्हें रोका नहीं।
लगातार कट्टरता बढ़ रही है
ओवैसी ने कहा कि यूपी पुलिस की मौजूदगी में यह हत्या हुई है। लगातार कट्टरता बढ़ रही है। ये कौन हैं जो कल हत्या किए हैं, अगर इनका ताल्लुक यूपी सरकार से नहीं है तो ये रेडिक्लाइज कैसे हुए। उनका हाथ देखिए कैसे बिना हाथ हिलाए लगातार फायरिंग कर रहे थे। गोली मारकर आप धार्मिक नारा कौन लगाता है। क्या आप इनको फूल का हार पहनाएगें? आज बीजेपी सत्ता में है तो कल कोई और होगा, तो तब क्या होगा। जश्न तब मनाओ जब कोर्ट सजा देगा। हर किसी को आप गोली मार देंगे तो फिर अदालत क्या करेगी। इंदिरा गांधी, बेअंत सिंह, महात्मा गांधी, राजीव गांधी के हत्यारों को कोर्ट से सजा मिली है। यूपी के मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। कल जो हत्या हुई है उसकी ज़िम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की है। अगर उनमें संवैधानिक नैतिकता ज़िंदा है तो उनको अपने पद को छोड़ना पड़ेगाउन्हें त्यागपत्र देना चाहिए।
बाइक पर सवार होकर आए थे हमलावर
आपको बता दे, अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले हमलावर एक पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे। मौके पर तीन बंदूक भी बरामद हुई हैं। कारतूस भी मौके पर मिले हैं। बाइक सवार आरोपी मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे थे। बाइक के पास से एक कैमरा और एक माइक आईडी भी बरामद हुई है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है। अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है। जबकि, तीसरा आरोपी सनी कासगंज जनपद से है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना यही पता बताया है। पुलिस इनके बयानों को वेरिफाई करवा रही है।