दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश जहां कभी रहा करते थे हिंदू और बौद्ध

इस दुनिया में कई देश हैं जो अपनी विशेषताओ के लिए प्रसिद्द हैं। जैसे की अमेरिका जाज महाशक्ति के रूप में उभरा है तो जापान को परमाणु बम गिराए जाने की वजह से याद रखा गया हैं। इसी तरह अब चीन को कोरोना की वजह से भी याद किया जाएगा। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसे अनोखे देश के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यहां की लगभग 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है। हम बात कर रहे हैं इंडोनेशिया की।

एशियाई महाद्वीप के इस देश में छोटे-मोटे द्वीपों को मिलाकर करीब 17 हजार द्वीप मौजूद हैं, जिसमें सुमात्रा, जावा, बोर्नियो, सुलावेसी और न्यू गिनी शामिल हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा द्वीपीय देश है जबकि सबसे ज्यादा आबादी वाला दुनिया का चौथा देश। एक अनुमान के मुताबिक, इस वक्त इंडोनेशिया की जनसंख्या करीब 27 करोड़ है। भारतीय पुराणों में भी इंडोनेशिया का उल्लेख मिलता है। वहां इसका नाम दीपांतर भारत (यानी सागर पार भारत) है। यूरोप के लेखकों ने करीब 150 साल पहले इसे इंडोनेशिया नाम दिया था, जो धीरे-धीरे लोकप्रिय हो गया। इंडोनेशिया के पहले शिक्षा मंत्री 'की हजर देवान्तर'‎ पहले देशी थे, जिन्होंने अपने राष्ट्र के लिए इंडोनेशिया नाम का इस्तेमाल किया था।

ईसा पूर्व चौथी शताब्दी से ही इंडोनेशिया द्वीपसमूह दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्र रहा है। बुनी या मुनि सभ्यता यहां की सबसे पुरानी सभ्यता है, जो हिंदू और बौद्ध धर्म मानते थे और ऋषि परंपरा का अनुकरण करते थे। हालांकि 13वीं शताब्दी के आते-आते यह एक मुस्लिम देश बन गया। इंडोनेशिया में 400 से अधिक सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इस वजह से यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। इसके अलावा यहां वनस्पतियों और जीव-जंतुओं की विविध प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं। दुनिया का सबसे बड़ा फूल 'रैफ्लेशिया' भी इसी द्वीप पर पाया जाता है। इस फूल का वजन 10 किलोग्राम तक हो सकता है। इसके अलावा यहां कोमोडो ड्रैगन नाम की विशाल छिपकली की प्रजाति भी निवास करती है। यह लंबाई में तीन मीटर तक बड़े सकते हैं और इनका वजन 70 किलो तक होता है।