तम्बाकू एक प्रकार के निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने की वस्तु बनाई जाती है। तम्बाकू से उत्पन्न होने वाले रोगों से निपटने में भारत सरकार का लगभग 27 हजार करोड़ रूपए प्रतिवर्ष खर्च होता है। चीन और ब्राजील के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक देश है। तम्बाकू से होने वाले नुकसान से आज हम सब वंचित है लेकिन फिर भी इसके सेवन में कोई कमी नहीं आई है। वैसे तो भारत और दूसरे देशो की सरकार इसके सेवन को रोकने के लिए अपने-अपने तरीके से कठोर कदम उठा रही है लेकिन इस मामले में फिनलैंड सबसे सजग और दूसरे देशों से आगे नजर आता है यहाँ धूम्रपान पर कई तरह के कड़े कानून और नियम हैं।
आइये आपको भी बताते हैं फिनलैंड देश में तम्बाकू के खिलाफ क्या नियम और कानून हैं और वो लोग अपने देश को तम्बाकू मुक्त बनाने के लिए कितने सजग हैं।
# कार में धूम्रपान वर्जितअगर कोई कार में धूम्रपान करता है और उसमे 15 साल की उम्र से छोटा बच्चा बैठा हो तो इसे वहां कानूनन जुर्म माना जाता है। इसके अलावा अगर कोई दूसरा व्यक्ति धूम्रपान पर आपत्ति जताए तो भी धूम्रपान बन्द करना होगा।
# 24 घंटे का नियमफ़िनलैंड में तम्बाकू के खिलाफ इतना कड़ा नियम है की कोई व्यक्ति अगर दूसरे यूरोपीय देशों से तम्बाकू लेता है तो वो 1 किलो से ज्यादा तम्बाकू नहीं ले सकता और इसके लिए भी उसे फ़िनलैंड से कम से कम 24 घंटे फिनलैंड से बाहर रहना अनिवार्य है।
# ई-सिगरेट पर भी सख्तीफ़िनलैंड में ई-सिगरेट को भी हलके में नहीं लिया जाता यहाँ इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर भी सामान्य सिगेरट जैसी ही पाबन्दी लागू होती है।
# सार्वजनिक स्थानों पर बैनफिनलैंड में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने पर बैन है, यहाँ लोग अपनी घर की बालकनी में सिगरेट पी सकते हैं लेकिन इसका धुआं किसी दूसरे घर या किसी व्यक्ति की तरफ नहीं जाना चाहिए।
# तम्बाकू के विज्ञापन पर बैनटीवी, अखबार या पत्रिकाओं में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन देना या पोस्टर लगाना कानूनन अपराध माना जाता है।
हालाँकि फ़िनलैंड की ही तरह बाकी देश भी अपने अपने नियमों को और कड़ा करने की कोशिश में लगे हैं ताकि अपने देश को तम्बाकू मुक्त देश बनाया जा सके। तम्बाकू मुक्त देश उसे कहा जाता है जहाँ 98% से भी अधिक आबादी ऐसी हो जो तंबाकू का सेवन नहीं करती।