भले ही गर्मी का मौसम चुभन भरा होता है लेकिन फिर भी लोगों को इस मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है । उसके पीछे वजह है गर्मियों में मिलने वाला फल आम। शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसे गर्मियों में आम खाना पसंद नहीं होगा। आम को फलों का राजा कहा जाता है। भारत में आम सबसे लोकप्रिय फल है। अपने अद्भुत स्वाद और खुशबू की वजह से ही आम में पाई जाने वाली बेहिसाब खूबियां इसे फलों का राजा बनाती हैं। दुनिया भर में इसकी हजार से भी ज्यादा किस्म हैं। आज हम आपको बताते है कि दुनिया के सबसे महंगा आम का दर्जा किसे मिला है। दुनिया के सबसे महंगे आम का दर्जा जापानी आम की एक किस्म को मिला हुआ है। ताईयो नो तामागो (Taiyo No Tamago) नाम का ये आम वहां के मियाजारी प्रांत में पैदा होता है। इस आम का लगभग वजन 350 ग्राम होता है।
ताईयो नो तामागो को एक खास तरीके से तैयार किया जाता है। इसके तहत आम के पेड़ पर फल आते ही एक-एक फल को जालीदार चीज से बाँध दिया जाता है। ये इस तरह होता है कि फल पर पूरी तरह से धूप पड़े, जबकि जाली वाले हिस्से बचे रहें। इससे आम की रंगत ही अलग होती है। इसके बाद फल पकने के बाद जाली में ही गिरकर लटकता है। इसके बाद आम को निकाला और बेचा जाता है। पेड़ पर लगे आम को किसान नहीं तोड़ते। किसानों का ममना है कि इससे फल का स्वाद और पौष्टिकता खत्म हो जाती है।
अब इसकी कीमत की बात करते है तो बता दे यह फल मार्केट में फलों की दुकानों पर नहीं मिलता, बल्कि इसकी बोली लगती है। नीलामी में सबसे ज्यादा कीमत देने वाले के हाथ ये फल लगता है। जैसे साल 2017 में दो आमों की कीमत लगभग 2 लाख 72 हजार रुपए थी। यानी एक किलो से भी कम आम के लिए पौने 3 लाख रुपए दिए गए।
आम के साथ जुड़ी यह मान्यताताईयो नो तामागो आम को जापानी कल्चर में भी खूब मान्यता मिली हुई है। इसे एग ऑफ द सन कहते हैं क्योंकि ये सूरज की रोशनी में तैयार होता है। साथ ही लोग इसे तोहफे में देते हैं। माना जाता है कि इससे तोहफा पाने वाले की किस्मत सूरज जैसी ही रोशन हो जाती है। यही कारण है कि जापान में त्योहार या खास मौकों पर ये आम भी दिया जाता है। लेकिन लेने वाले इसे खाते नहीं, बल्कि किसी तरीके से संरक्षित करके सजा देते हैं।