आखिर क्यों वनवास के दौरान सिर्फ पीले कपड़ों में थी माता सीता? यहां जानें कारण

हर कोई भगवान राम और माता सीता के वनवास के बारे में जानता हैं। लेकिन इस वनवास से जुड़ी कई ऐसी छोटी-छोटी बातें हैं जिनसे लोग अनजान हैं। चर्चित शो कौन बनेगा करोड़पति में एक प्रतियोगी से सवाल पूछा गया था कि रावण द्वारा अपहरण के दौरान माता सीता ने कौन से रंग के कपड़े पहने हुए थे? इसका जवाब वे नहीं दे पाए। कई लोग आज भी इस बारे में नहीं जानते हैं कि भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने पूरे वनवास के दौरान केवल पीले रंग के वस्त्र धारण किए थे। इस रंग के कपड़े पहनने के पीछे भी एक बड़ी वजह है।

रामायण से जुड़े इस सवाल के जवाब नहीं दे पाने पर हॉट सीट पर बैठी प्रतिभागी ने प्रतियोगिता से बाहर निकलने का फैसला कर लिया। वैसे इस सवाल का सही जवाब पीला रंग है। भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने पूरे वनवास के दौरान केवल पीले रंग के वस्त्र धारण किए थे। इस रंग के कपड़े पहनने के पीछे भी एक बड़ी वजह है।

वैसे साधु-संतों में गेरुए रंग के कपड़े पहनने की परंपरा है। मान्यता है कि गेरुए रंग के कपड़े संसार त्याग को दर्शाते हैं। गेरुए रंग के कपड़े पहनने का मतलब केवल गृहत्याग ही नहीं, बल्कि गृहस्थ जीवन को भी छोड़ देना होता है। बता दें कि राम-सीता संन्यास लेकर नहीं बल्कि वचनबद्ध होकर वनवास जा रहे थे, लिहाजा उन्होंने गेरुए की जगह पीले रंग के वस्त्रों को चुना।

बता दें कि भारतीय संस्कृति खासकर हिंदू धर्म में भगवा और पीले रंग का बहुत खास महत्व है। धार्मिक और महत्वपूर्ण कामों में इन दोनों रंगों की महत्ता को सबसे ऊपर रखा गया है। मान्यता ये भी है कि ये दोनों रंग देवताओं को बहुत प्रिय हैं।