यहां सिर पर हाथ रखने की बजाय बेटी पर थूककर आशीर्वाद देता है पिता, जानें क्या हैं मामला

शादी से जुड़े हर क्षेत्र की अपनी अलग परंपरा और रीती-रिवाज होते हैं जिनका पालन किया जाता हैं। हांलाकि समय के साथ पुराने रिवाजों में बदलाव देखने को मिला हैं। लेकिन आज भी कई आदिवासी प्रजातियां हैं जो अपने हजारों साल पुराने रिवाजों का पालन कर रही हैं। शादी में जहां एक पिता अपनी बेटी को सिर पर हाथ रख आशीर्वाद देता हैं, वहीँ एक ऐसी आदिवासी प्रजाति हैं जहां पिता अपनी बेटी पर थूककर आशीर्वाद देता है। हम जिस जनजाति के बारे में बात कर रहे हैं वो केन्या और तंजानिया में रहती है जिसका नाम मसाई है। इनकी परंपराओं के बारे में जानकर आप हैरत में पड़ जाएंगे। इनकी मान्यता हैं कि शादी के बाद लड़की पीछे मुड़कर नहीं देखती है, नहीं तो कहा जाता है कि दुल्हन पत्थर में बदल जाती है।

जब इस जनजाति में लड़कियों की शादी होती है, तो विदाई के समय पिता दुल्हन के सिर और ब्रेस्ट पर थूकता है। बताया जाता है कि पिता इस तरह अपनी बेटी को आशीर्वाद देता है। यहां पर सदियों से यह परंपरा चलती आ रही है। इस पंरपरा को पिता के प्यार जताने का तरीका बताया जाता है। पिता के थूकने को बेटी भी आशीर्वाद समझती है। इस जनजाति में लड़की वाले लड़के के परिवार वालों को दहेज देते हैं। सबसे हैरानी वाली बात यह है कि शादी के बाद दुल्हन का सिर मुड़वाया जाता है।

इसके बाद दुल्हन अपने पिता के सामने घुटने टेककर परिवार वालों से आशीर्वाद लेती है। इस दौरान दुल्हन के सिर और ब्रेस्ट पर बुजुर्ग थूकते हैं। बताया जाता है कि यह दुल्हन के लिए शुभ होता है। इसके अलावा नवजात बच्चों के साथ भी इस परंपरा को किया जाता है। मसाई समुदाय के लोगों द्वारा कहा जाता है कि थूकना सम्मान की बात है। इस जनजाति में जब भी कोई मेहमान आता है, तो हथेली पर थूककर स्वागत किया जाता है।