उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बघौली थाना क्षेत्र के सुन्नी गांव में एक किसान द्वारा विधि विधान से भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार किया गया। मुंडन संस्कार समारोह में करीब 300 लोगों ने भोजन भी किया। दरअसल, किसान ने देवी से मन्नत मांगी थी और वह पूरी हुई तो किसान ने यह करने की ठानी। ढोल नगाड़ों की धुन पर महिलाओं व ग्रामीणों की मौजूदगी में देवी मंदिर पर मुंडन किया गया।
बघौली थाना क्षेत्र के सुन्नी गांव निवासी किसान प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि उसकी भैंसों से होने वाले बच्चे दो चार महीने में ही खत्म हो जाते थे। जिससे काफी समय से वह इसे लेकर परेशान था। उसने गांव के ही देवी मां के मंदिर में मन्नत मांगी थी कि पड़िया जीवित रही तो आपके मंदिर में मुंडन कराएंगे। किसान ने ठीक वैसा ही किया। करीब तीन साल पहले इस भैंस ने पड़िया को जन्म दिया था अब उसका मुंडन कराया गया है।
किसान के मुताबिक देवी मां ने उनकी पुकार सुन ली। उनकी पड़िया जीवित रही। इसके चलते उन्होंने पड़िया का बड़े धूमधाम के साथ मुंडन कराया। इसमें नाते रिश्तेदार के अलावा मित्र, हितेषी और नजदीकी भी बुलाए इस तरह का आयोजन गांव में पहली बार हुआ। किसान की मानें तो उसका इस सब में करीब 95,000 रुपया खर्च हुआ है। किसान ने मां दुर्गा की चौखट पर प्रथम नवरात्र के दिन ही भैंस के बच्चे का पूरी शान शौकत के साथ मुंडन कार्यक्रम को संपन्न करवाया।