बच्चे अक्सर नादानी में कुछ ऐसे काम कर जाते हैं जो उन्हें ही नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसी ही एक घटना घटित हुई थंडरमपट्टू में जहां 1 साल की बच्ची 5 रुपए का सिक्का निगल गई जो कि उसके गले में अटक गया और जान पर बन आई। इस किस्से में गर्वमेंट तिरुवन्नामलाई मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (GTMCH) के डॉक्टरों ने एक बच्ची के गले में फंसे पांच रुपये के सिक्के को निकालकर उसे नयी जिंदगी दे दी।
यहाँ प्रभू नाम के शख्स की 1 साल की बेटी पी. दानुष्का ने 5 रुपये का सिक्का निगल लिया। वहीँ जब बच्ची सिक्का निगल रही थी तो पेरेंट्स ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह सिक्का मुंह में डाल चुकी थी। यह सब होने के बाद पेरेंट्स ने तुरंत बच्ची को जीटीएमसी अस्पताल में एडमिट किया। यहाँ डॉक्टरों की एक टीम ने ईएनटी और हेड एंड नेक सर्जन एस। कमलकानन की अगुवाई में बच्ची का इलाज आरम्भ कर दिया। उसके बाद एक्स-रे किया गया जिसमे यह पता चला कि सिक्का बच्ची के Cricopharynx में फंसा था, जिसके कारण बच्ची को लार निगलने में भी समस्या हो रही थी। इस बारे में पता चलते ही मेडिकल टीम ने Laryngoscopy तकनीक से सिक्के को बाहर निकालने के बारे में सोचा, लेकिन बच्ची ने सिक्का निगलने से ठीक पहले खाना खाया था तो डॉक्टरों को एनेस्थीसिया देने के लिए करीब चार घंटे का इंतजार करना पड़ा, ताकि उसके पेट का खाना पच जाए।वहीँ जैसे ही उसका पेट खाली हुआ वैसे ही डॉक्टर्स ने बड़ी सावधानी से बच्ची को बिना नुकसान पहुंचाए सिक्का बाहर निकाल लिया। इस बारे में बात करते हुए एक वेबसाइट से डॉक्टर ने बताया कि, 'इस प्रक्रिया में आमतौर पर दस से पंद्रह मिनट का वक्त लगता है। लेकिन बच्चों के मामले में लगभग नब्बे मिनट लग जाते हैं। क्योंकि उन्हें होश में आने में ज्यादा समय लगता है।' डॉक्टर ने कहा, ‘मामला इसलिए ज्यादा जटिल नहीं हुआ क्योंकि सिक्का Cricopharynx में अटका था। अगर वो थोड़ा सा नीचे चला जाता तो सांस लेने वाली नली में और जटिलताएं पैदा कर देता।'