अक्सर देखा गया है कि जब हम बाहर परिवार के साथ रेस्टोरेंट में भोजन करने के लिए जाते हैं तो एक अच्छा-ख़ासा बिल बन जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे है जिसमें तीन अधिकारीयों की चाय-कॉफी का बिल लाखों में पहुँच गया। जी हाँ, ये मामला है नागपुर यूनिवर्सिटी का जहाँ विश्वविद्यालय द्वारा बोर्ड ऑफ स्टडीज बैठक आयोजित की गई थी। इसमें शामिल होने वाले तीन अधिकारी के चाय, कॉफी और नाश्ते का बिल देख सभी हैरानी में पड़ गए। आइये जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी के बारे में।
बता दें, इतना बिल इसलिए आया क्योंकि, बिल के मुताबिक मीटिंग में शामिल इन तीन लोगों ने 99 कप चाय और 25 कप कॉफी पी। इस चाय-नाश्ते का बिल जब यूनिवर्सिटी के वीसी एसपी काने के पास पहुंचा तो वह इसे देखकर दंग रह गए। उन्होंने बिल को न केवल मंजूरी देने से इनकार कर दिया बल्कि वित्त विभाग ने इसकी जांच भी शुरू कर दी। लेकिन ये सोचने वाली बात है कि इतने कप चाय कॉफ़ी के बाद भी डेढ़ लाख का बिल आना हैरानी भरा है।नागपुर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि जब ये बिल वित्त और अकाउंट सेक्शन के हेड राज हिवासे के पास आया तो वह हैरान रह गए और उन्होंने इसकी शिकायत वीसी से की। राजू हिवासे ने कहा कि हम लोगों ने बिल पास करने से इनकार कर दिया और उसे संबंधित विभाग को वापस कर दिया। हमने (अध्ययन बोर्ड) से स्पष्टीकरण मांगा है कि चाय-कॉफी का बिल इतना ज्यादा कैसे हुआ। अगर ये बिल सही हैं तो उनसे इसे साबित करने को कहा गया है।