मसालों से नहीं बल्कि मिट्टी से आता हैं यहां के खाने में स्वाद, नमक की जगह डलती हैं रेत

हर क्षेत्र का अपना खानपान और उसका अलग ही स्वाद होता हैं जिसमे मसालों का बहुत महत्व होता हैं। भारत के भोजन में कई तरह के मसाले डलते हैं और फिर इसका जायका तैयार होता हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भोजन में मसालों की जगह मिट्टी डाली जाती हैं। हम बात कर रहे हैं ईरान के खूबसूरत होरमूज आइलैंड की। इसे रेनबो आइलैंड भी कहा जाता है। इस आइलैंड को ये नाम अपने रंग-बिरंगे पहाड़ों के कारण मिली है। ब्रिटेन के जियोलॉजिकल रिसर्च के चीफ भूवैज्ञानिक डॉ कैथरीन गुडइनफ ने बताया कि करोड़ों सालों से इन पहाड़ियों पर खनिज जमा होकर मिट्टी का रूप ले चुकी है। लेकिन इनका फ्लेवर बेहद ख़ास है। यहां के लोग रंग के हिसाब से मिट्टी के स्वाद को पहचानते हैं।

देश के पहाड़ अलग-अलग रंग के हैं। इस वजह से इसका नाम रेनबो आइलैंड पड़ा है। इस आइलैंड में रहने वाले लोग अपने खाने में मसाले की जगह मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं। आप सोच रहे होंगे कि खाने में मिट्टी डाल देने से ये खाने लायक नहीं बचता होगा। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। दरअसल, इस देश की मिट्टी बेहद स्वादिष्ट है। ऐसे में ये खाने का फ्लेवर बढ़ा देती है।

होरमूज आइलैंड की मिट्टी स्वादिष्ट और सेहतमंद होती है। यहां अलग-अलग रंग के पहाड़ से निकलने वाले अलग रंग की मिट्टी का अलग टेस्ट होता है। ये लोग इस मिट्टी को मसाले की तरह खाने में मिलाते हैं। इस आइलैंड पर काफी संख्या में टूरिस्ट आते हैं। ये लोग भी यहां आकर मिट्टी खाना नहीं भूलते। दरअसल, ये आइलैंड फारस की खाड़ी के पास बसा है। ऐसे में यहां की मिट्टी में भरपूर खनिज मौजूद है। इसमें काफी मात्रा में आयरन है और करीब 70 तरह के मिनरल्स हैं। इस आइलैंड पर पहाड़ियों पर आपको नमक के टीले भी मिल जाएंगे। इन पहाड़ों के ऊपर काफी शोध हो चुका है।