व्हेल की उल्टी ने पलटी मछुआरे की किस्मत, हाथ लगा 25 करोड़ का 'खजाना'

थाईलैंड में रहने वाले एक मछुआरें को व्‍हेल मछली की उल्टी ने रातोंरात करोड़पति बना दिया। डेली मेल की खबर के अनुसार, नारिस नाम का मछुआरा व्‍हेल की उल्टी को मामूली चट्टान का टुकड़ा समझ रहा था, लेकिन उसकी कीमत 24 लाख पाउंड (लगभग 25 करोड़ रुपये) निकली। इसका वजन करीब 100 किलो है। इसके साथ ही यह अब तक पाया गया एम्बरग्रीस (Ambergris ) का सबसे बड़ा टुकड़ा है।

महीने में 500 पाउंड कमाने वाले नारिस ने कभी सोचा नहीं होगा कि जिसे वह चट्टान का टुकड़ा समझ रहा है, वह 24 लाख पाउंड का एम्बरग्रीस (Ambergris) है। नारिस का कहना है कि एक बिजनसमैन ने उनसे वादा किया है कि अगर इसकी क्वॉलिटी बेहतर निकली तो इसके लिए उन्हें 23,740 पाउंड प्रति किलो की कीमत दी जाएगी। नारिस फिलहाल स्पेशलिस्ट्स का इंतजार कर रहे हैं जो इसे इंस्पेक्ट करेंगे। वह पुलिस को भी इसके बारे में जानकारी देंगे क्योंकि इसकी कीमत की जानकारी फैलने के साथ चोरी का खतरा भी बढ़ गया है।

क्या होता है एम्बरग्रीस?

वैज्ञानिक भाषा में इसे एम्बरग्रीस कहते हैं। Ambergris इसलिए कहते हैं क्योंकि यह amber जैसा दिखता है जो बाल्टिक में तट पर बहकर आया हो। Gris का मतलब लैटिन में ग्रे होता है। सूरज और पानी के संपर्क में कई साल तक आने के बाद यह ग्रे, चट्टानी पत्थर में तब्दील हो जाता है।

कई वैज्ञानिक इसे व्‍हेल की उल्‍टी बताते हैं तो कई इसे मल बताते हैं। यह व्‍हेल के शरीर से निकलने वाला अपशिष्‍ट होता है जो कि उसकी आंतों से निकलता है और वह इसे पचा नहीं पाती है। कई बार यह पदार्थ रेक्टम के ज़रिए बाहर आता है, लेकिन कभी-कभी पदार्थ बड़ा होने पर व्हेल इसे मुंह से उगल देती है।

एम्बरग्रीस व्हेल की आंतों से निकलने वाला स्‍लेटी या काले रंग का एक ठोस, मोम जैसा ज्वलनशील पदार्थ है। यह व्हेल के शरीर के अंदर उसकी रक्षा के लिए पैदा होता, ताकि उसकी आंत को स्क्विड की तेज़ चोंच से बचाया जा सके। आम तौर पर व्हेल समुद्र तट से काफी दूर ही रहती हैं, ऐसे में उनके शरीर से निकले इस पदार्थ को समुद्र तट तक आने में कई साल लग जाते हैं।

दरअसल, एम्बरग्रीस में एक बिना गंध का ऐल्कोहॉल मौजूद होता है जिसका इस्तेमाल परफ्यूम की गंध को लंबे वक्त तक बरकरार रखने के लिए किया जाता है। महंगे और बड़े ब्रैंड्स इसकी मदद से परफ्यूम की गंध को लंबे वक्त तक चलाते हैं।