दोस्ती की मिसाल : दिव्यांग दोस्त पढ़ सके इसलिए वह 6 साल से हर रोज उसे पीठ पर उठा कर स्कूल लेकर आ रहा है

चीन के सिचुआन प्रांत के एक स्कूल के दो बच्चों की दोस्ती इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। दरहसल, अपने दोस्त की वजह से एक दिव्यांग बच्चा पिछले छह साल से बिना किसी रूकावट से नियमित स्कूल जा रहा है। दिव्यांग बच्चे का नाम झांग झे है और उसके दोस्त शू बिंगयांग है। बिंगयांग झे की हरसंभव मदद करता है फिर धूप हो या बारिश का वक्त। उसे स्कूल ले जाना नहीं भूलता। दोनों की दोस्ती को चीन के सोशल मीडिया पर काफी सराहना हो रही है।

झे ने कहा- उसकी इस मदद को कभी नहीं भूल सकता

शू बिंगयांग की कदकाठी काफी मजबूत है। वह कहता है कि झे को उठाने में मुझे कोई दिक्कत नहीं होती। इसकी वजह है कि मेरा वजह 40 किग्रा है, जबकि झे का 25 किग्रा है। उधर, झे का कहना है कि मैं उसकी इस मदद को कभी नहीं भूल सकता है। वह हर दिन मेरा साथ पढ़ता है। मुझसे बात करता है। मेरे साथ खेलता है। उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। दोनों 6वीं कक्षा में पढ़ते हैं।

जब 4 साल का था तब से चल नहीं पाता शू

झांग जब चार साल का था तब उसके पैरों में दुर्लभ बीमारी हुई थी। इसे रैगडॉल डिसीज (मांसपेशियों से संबंधित बीमारी) भी कहते हैं। इसके बाद से वह चलने में असमर्थ हो गया था। झांग बताता है कि जब वह फर्स्ट ग्रेड में था तब बिंगयांग ने मदद की पेशकश की थी। तभी से यह सिलसिला जारी है। स्कूल के शिक्षक ने कहा कि बिंगयांग की तारीफ होनी चाहिए। हम बड़ों को भी बिंगयांग से सीखने की जरूरत है।