भारत को अपने भोजन के लिए जाना जाता हैं जिसमें मसालों का संगम उसे स्वादिष्ट बनाता हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जहां खाने में मसाले की जगह मिट्टी या रेत डाली जाती हैं। ये सुनकर हैरान होने वाली बात है मगर यह सच है। हम बात कर रहे हैं ईरान के होर्मुज आइलैंड के बारे में जहां खाने में मिट्टी और रेत डालते हैं और उसे बहुत शौक से खाते भी हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर लोग मिट्टी और रेत क्यों डालते हैं और क्या इससे उनके शरीर पर कोई नुकसान नहीं होता है? आपको बता दें कि यहां कि मिट्टी और रेत में नमक, आयरन और अन्य मिनिरल काफी मात्रा में होते हैं। ये सारे ही मिनिरल शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। इस वजह से लोग रेत का इस्तेमाल करते हैं। खाने में डालने से पहले उसे अच्छे से साफ कर लिया जाता है और फिर डाला जाता है।यहां के कई पकवान काफी फेसम हैं मगर मछली से बनी डिश काफी फेमस होती है। यहां के ताजे पानी से मछलियों को पकड़ा जाता है। सार्डाइन्स, किल्का और मोमाघ यहां की प्रमुख मछलियां हैं। उन्हें अच्छे से साफ करने के बाद संतरे के छिलके से मैरिनेट किया जाता है और फिर रेत और मिट्टी से बनाए गए खास मसालों से लेप कर धूप में दो दिन के लिए छोड़ दिया जाता है। तब जाकर यहां की सबसे फेमस डिश सुराघ तैयार होती है। दुनियाभर में ये डिश काफी फेमस है। यहां के पहाड़ों में नमक भी है इसलिए अलग से लोग नमक का भी इस्तेमाल नहीं करते हैं।